बिहार कांग्रेस में बड़े फेरबदल की तैयारी, इस दलित चेहरे को दी जा सकती है पार्टी की जिम्मेदारी
Advertisement

बिहार कांग्रेस में बड़े फेरबदल की तैयारी, इस दलित चेहरे को दी जा सकती है पार्टी की जिम्मेदारी

कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि पार्टी के प्रदेश प्रभारी भक्त चरण दास औरंगाबाद जिले की कुटुम्बा विधानसभा सीट से विधायक राजेश राम को बिहार प्रदेश कांग्रेस की कमान सौंपने के हक में हैं.

Sonia Gandhi and Rahul Gandhi, File Photo

नई दिल्ली: कांग्रेस अपनी बिहार इकाई की कमान किसी दलित चेहरे को सौंपने की तैयारी में है और इसमें विधायक राजेश राम का नाम सबसे आगे माना जा रहा है, हालांकि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कई सीनियर नेताओं ने इस पर एतराज़ जताते हुए कहा है कि प्रदेश अध्यक्ष के चयन में सिर्फ जाति नहीं, बल्कि संगठन और कियादत की सलाहियत को मापदंड माना जाना चाहिए.

इन दिनों यह चर्चा जोरों पर है कि कांग्रेस अपने दलित विधायक राजेश राम को प्रदेश इकाई का नया अध्यक्ष बना कर सकती है और उनके साथ सात-आठ कार्यकारी अध्यक्ष भी बना सकती है.

काबिले ज़िक्र है कि पिछले साल बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद मदन मोहन झा ने बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था, हालांकि नये अध्यक्ष नहीं होने की सूरत में अब तक वह इस जिम्मेदारी को निभा रहे हैं.

कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि पार्टी के प्रदेश प्रभारी भक्त चरण दास औरंगाबाद जिले की कुटुम्बा विधानसभा सीट से विधायक राजेश राम को बिहार प्रदेश कांग्रेस की कमान सौंपने के हक में हैं और जल्द ही इसका ऑफिशियल तौर पर ऐलान किया जा सकता है.

ये भी पढ़ें: असम में कार्बी-आंगलोंग समझौता, शाह की मौजूदगी में 1000 कैडर्स ने डाले हथियार

पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि, 'राजेश राम के नाम पर लगभग सहमति बन गई है. हालांकि, इस पर आखिरी फैसला सोनिया गांधी और राहुल गांधी को करना है. सूत्रों का कहना है कि कार्यकारी अध्यक्ष की दौड़ में प्रवीण कुशवाहा, कुमार आशीष, चंदन यादव और कई दूसरे नेता शामिल माने जा रहे हैं.

कांग्रेस की बिहार इकाई में कई ऐसे नेता भी हैं जो राजेश राम को अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपे जाने के पक्ष में नहीं हैं, हालांकि वे खुलकर बोलने को तैयार नहीं हैं. प्रदेश कांग्रेस कमेटी में अहम जिम्मेदारी निभा चुके एक नेता ने कहा, 'मेरा मानना है कि कोई भी फैसला सीनियर नेताओं के साथ विचार-विमर्श करके होना चाहिए. प्रदेश अध्यक्ष के लिए सिर्फ जाति मापदंड नहीं होना चाहिए. यह जरूरी है कि प्रदेश अध्यक्ष बनने वाले व्यक्ति में संगठन और कियादत की क्षमता हो और वह बिहार के जातीय और इलाकाई संतुलन को समझता हो.'

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य किशोर कुमार झा का दावा है कि नए अध्यक्ष के चयन को लेकर प्रदेश प्रभारी के स्तर पर प्रदेश नेताओं के साथ कोई विचार-विमर्श नहीं हुआ है. झा ने कहा, 'मेरा मानना है कि ऐसे किसी शख्स को अध्यक्ष बनाना चाहिए, जो सबको साथ लेकर चल सके. इसके लिए पहले नेताओं के साथ विचार-विमर्श होना चाहिए. कोई भी एकतरफा फैसला पार्टी के हित में नहीं होगा.'

ये भी पढ़ें: इस राज्य के विधान सभा परिसर में Namaz के लिए कमरे पर BJP नाराज़, आंदोलन की चेतावनी

दूसरी तरफ, बिहार प्रदेश युवा कांग्रेस के प्रवक्ता मोहम्मद शम्स शाहनवाज का कहना है कि पार्टी आलाकमान जिसे भी नया अध्यक्ष बनाएगा, उसके साथ सभी कार्यकर्ता खड़े होंगे. उन्होंने कहा, 'सोनिया जी और राहुल जी का फैसला ही आखिरी होगा जिसे भी अध्यक्ष बनाया गया, उसके साथ पार्टी का हर कार्यकर्ता और युवा कांग्रेस खड़ी होगी. हमारा मकसद सिर्फ यही होना चाहिए कि हम सभी को मिलकर 2024 में राहुल गांधी की कियादत में केंद्र में सरकार बनानी है.'

गौरतलब है कि राहुल गांधी ने कुछ हफ्ता पहले ही कांग्रेस की प्रदेश इकाई के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक कर संगठन को मजबूत बनाने और नए अध्यक्ष को लेकर चर्चा की थी. माना जा रहा है कि नए प्रदेश अध्यक्ष और कार्यकारी अध्यक्षों का ऐलान जल्द किया जाएगा.
(इनपुट- भाषा के साथ)

Zee Salaam Live TV:

Trending news