तीनों कानून वापस होने के बाद क्या बोले दिग्गज किसान नेता? राकेश टिकैत के भाई ने किया बड़ा हमला
नरेश टिकैत (Naresh Tikait) ने भी अपनी राये रखते हुए कहा कि किसान बारूद के ढेर पर बैठे हैं. आंदोलन से ही जिंदा रहेंगे. यह जिम्मेदारी सबको निभानी होगी. जमीन से मोहभंग करना सरकार की साजिश है.
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने गुरुनानक देवजी की 552 वीं जयंती पर यानी की आज 19 नवंबर के दिन देश को संबोधित करने के दौरान एक बड़ा फैसला लिया है जिसके बाद देश भर के किसान जश्न मनाते देखे जा रहे हैं. दरअसल अपने संबोधन में पीएम मोदी ने तीनों कृषि कानूनों (Farm Laws) को वापस लेने का ऐलान कर दिया है. इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि पहले के मुकाबले कृषि बजट 5 गुना बढ़ाया गया है. सरकार के इस बड़े फैसले के बाद नेता और अभिनेता के जमकर रिएक्शन देखे जा सकते हैं.
इस मौके पर किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि आंदोलन तत्काल वापस नहीं होगा, हम उस दिन का इंतजार करेंगे जब कृषि कानूनों को संसद में रद्द किया जाएगा । सरकार MSP के साथ-साथ किसानों के दूसरे मुद्दों पर भी बातचीत करें.
इसके अलावा नरेश टिकैत ने भी अपनी राये रखते हुए कहा कि किसान बारूद के ढेर पर बैठे हैं. आंदोलन से ही जिंदा रहेंगे. यह जिम्मेदारी सबको निभानी होगी. जमीन से मोहभंग करना सरकार की साजिश है. जमीन कम हो रही है. किसान से जमीन बेचने और खरीदने का हक भी यह लोग छीन लेंगे. जाति और मजहब को भूलकर किसानों को एक होना होगा.
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किसान बारूद के ढेर पर बैठे हैं। आंदोलन से ही जिंदा रहेंगे । यह जिम्मेदारी सबको निभानी होगी । जमीन से मोहभंग करना सरकार की साजिश है। जमीन कम हो रही है। किसान से जमीन बेचने और खरीदने का अधिकार भी यह लोग छीन लेंगे । जाति और मजहब को भूलकर किसानों को एक होना होगा । #FarmersProtest
- Naresh Tikait (@nareshtikait) 19 Nov 2021
आंदोलन से जुड़े योगेंद्र यादव ने कहा, श्री गुरुनानक देव ने कहा था "कीरत करो" यानी ईमानदारी से मेहनत करो, आज हर कीरत करने वाले किसान की जीत हुई है. यह जीत सालभर से दिल्ली के बॉर्डर पर जिद्दोजहद करने वाले किसान की जीत है. लेकिन हमे याद रखना है जब तक सरकार को सत्ता का अहंकार रहेगा तब तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा.
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