साजिद रशीदी ने कहा, "इस्लाम कहता है कि एक मस्जिद हमेशा एक मस्जिद होगी. इसे कुछ और बनाने के लिए नहीं तोड़ा जा सकता है. हम मानते हैं कि बाबरी मस्जिद थी और हमेशा एक मस्जिद रहेगी.
Trending Photos
नई दिल्ली: राम मंदिर मामले में मुतनाज़ा बयानों का सिलसिला थमा नहीं है. मंदिर की बुनियाद रखने के बाद से ही एक के बाद एक बयान ऐसे सामने आ रहे हैं जिन पर तनाज़ा बढ़ता जा रहा है. अब ऑल इंडिया इमाम असोसिएशन के सद्र मौलाना साजिद रशीदी (Maulana Sajid Rashidi) ने राम मंदिर भूमि पूजन को लेकर मुतनाज़ा और खुशगवार माहौल को खराब करने वाला बयान दिया है. साजिद रशीदी ने कहा है कि मंदिर को गिराने के बाद मस्जिद की तामीर तो नहीं की गई थी लेकिन अब हो सकता है कि मस्जिद बनाने के लिए मंदिर तोड़ा जाए.
साजिद रशीदी ने कहा, "इस्लाम कहता है कि एक मस्जिद हमेशा एक मस्जिद होगी. इसे कुछ और बनाने के लिए नहीं तोड़ा जा सकता है. हम मानते हैं कि बाबरी मस्जिद थी और हमेशा एक मस्जिद रहेगी. रशीदी ने आगे कहा कि मंदिर को गिराने के बाद मस्जिद की तामीर नहीं की गई थी लेकिन अब मस्जिद बनाने के लिए हो सकता है मंदिर को तोड़ा जाए."
Islam says a mosque will always be a mosque. It can't be broken to build something else. We believe it was, and always will be a mosque. Mosque wasn't built after demolishing temple but now maybe temple will be demolished to build mosque: Sajid Rashidi, Pres, All India Imam Assn pic.twitter.com/DzlbYQ3qdm
— ANI (@ANI) August 6, 2020
इससे पहले ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड, AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी, साबिक वज़ीर शकील अहम समेत कई लीडरों ने मुतनाज़ा बयानात दिए हैं. शकील अहमद ने बुध के रोज़ भी एक ट्वीट करके मुल्क की अकलियती आबादी के लोगों को मुस्तकबिल की फिक्र करने की सलाह दे डाली थी.
शकील ने लिखा कि "हमारे समाज के 80 फीसद आबादी वाले जब 15 फीसद वालों के धरोहरों को इस तर्क के साथ कब्ज़ा करने लगें कि तुम्हारे आबा-ओ-अजदाद ने इसे हमारे आबा-ओ-अजदाद से सैकड़ों साल पहले छीन लिया था तो 15 फीसद वालों को अपनी अगली नस्ल के मुस्तकबिल के बारे मे ज़रूर फिक्र होनी चाहिये."
Zee Salaam LIVE TV