Salam Bhuttavi, 26/11: सलाम भट्टावी की जेल में मौत हो गई है. रिपोर्ट के मुताबिक उसकी मौत कार्डिएक अरेस्ट की वजह से हुई है. आखिर सलाम भट्टावी कौन था? जानें डिटेल
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Salam Bhuttavi, 26/11: लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के संस्थापक सदस्य और हाफिज सईद के डिप्टी हाफिज अब्दुल सलाम भुट्टवी की संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) ने मौत की पुष्टि कर दी है. वह 26/11 के भयानक मुंबई हमले के अहम मास्टरमाइंड्स में से एक था. इस हमले में 150 से ज्यादा लोग मारे गए थे.
यूएनएससी ने कहा कि भुट्टवी की पाकिस्तान जेल में सजा काटते समय 29 मई, 2023 को पाकिस्तान के मुरीदके शहर में दिल का दौरा पड़ने से मौत हुई है. लश्कर-ए-तैयबा के अहम संगठनों ने पिछले साल मई में एक वीडियो जारी किया था जिसमें कथित तौर पर 78 वर्षीय भुट्टावी का अंतिम संस्कार दिखाया गया था, जो कि आतंकवादी समूह के मरकज़ या मुरीदके केंद्र में आयोजित किया गया था. यूएनएससी ने यह भी बताया है कि 26/11 मुंबई आतंकी हमले का मास्टरमाइंड हाफिज सईद मौजूदा वक्त में 12 फरवरी, 2020 से 78 साल की कैद की सजा काट रहा है.
भुट्टावी 26/11 के मास्टरमाइंड हाफिज सईद का डिप्टी था और जब सईद को हिरासत में लिया गया, तब उसने कई मौकों पर लश्कर के कार्यवाहक अमीर (लीडर) के तौर पर में काम किया था. भट्टावी ने मुंबई हमलों का प्लान बनाने में अहम भूमिका निभाई थी. इस हमले में 150 से ज्यादा लोग मारे गए थे. उसने उस दौरान गुर्गों को तैयार करने में मदद की थी. भुट्टवी लश्कर-ए-तैयबा के मदरसा नेटवर्क के लिए भी जिम्मेदार था और एक अहम विद्वान के तौर पर काम करता था.
वह फतवे जारी करता था और नेताओं को निर्देशित करता था. 2002 के बीच में, भट्टावी ने लाहौर में लश्कर का संगठनात्मक आधार स्थापित करने का काम सौंपा गया था. भुट्टावी को 2012 में यूएनएससी के जरिए आतंवादी के तौर पर नामित किया गया था. यूएनएससी ने जांच में पाया था कि वह अल-कायदा से जुड़ा हुआ था.
यूएनएससी में बयान में कहा,"हाफ़िज़ अब्दुल सलाम भुट्टवी को 14 मार्च 2012 को संकल्प 1989 (2011) के पैराग्राफ 4 के मुताबिक अल-कायदा से जुड़े होने के तौर में लिस्ट किया गया था." हाफिज सईद के गिरफ्तार होने के बाद भट्टावी ने ग्रुप को संभालना शुरू कर दिया था और वह आजादी के साथ संगठन के फैसले लेता था.