12 एकड़ जमीन-पक्का मकान लेकिन बर्फीली ठंड में खुले आसमान के नीचे सो रहे हैं "हाफिज मसूद"
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12 एकड़ जमीन-पक्का मकान लेकिन बर्फीली ठंड में खुले आसमान के नीचे सो रहे हैं "हाफिज मसूद"

हाफिज मसूद के तीन बेटे और 1 बेटी के बाप हैं. इनमें से एक बेटा नाज़िर जो आज से लगभग 15 साल पहले अजमेर शरीफ से लापता हो गया.

12 एकड़ जमीन-पक्का मकान लेकिन बर्फीली ठंड में खुले आसमान के नीचे सो रहे हैं "हाफिज मसूद"

रायसेन: जिन बेटों को उसके पिता ने बड़े लाड़-प्यार से यह सोचकर पाला हो कि वह आगे चलकर उनके बुढ़ापे का सहारा बनेगा. वहीं बेटे उन्हें बुढ़ापे में दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर कर रहा हैं. रायसेन के रहने वाले 70 साल के हाफिज मसूद के साथ भी कुछ ऐसा ही हो रहा है. 12 एकड़ जमीन और शहर में पक्का मकान होने और एक बेटा होने के वावजूद हाफिज मसूद कड़कड़ाती ठंड में खुले आसमान के नीचे वक्त गुज़ार रहे हैं. इनका कहना है कि अब वे घर लौटना ही नहीं चाहते वो मौत का दुआ कर रहे हैं. 

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हाफिज मसूद के तीन बेटे और 1 बेटी के बाप हैं. इनमें से एक बेटा नाज़िर जो आज से लगभग 15 साल पहले अजमेर शरीफ से लापता हो गया. दूसरा बेटा जावेद की भी लगभग 14 साल पहले किसी बीमारी के चलते मौत हो गई थी. हाफिज मसूद के तीसरा बेटा जो भैया के नाम से मशहूर है उसने ही अपने पिता हाफिज मसूद को घर से बेघर कर दिया.

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बेटी ने कराया अस्पताल में भर्ती
आज हाफिज मसूद कड़कड़ाती ठंड में सोने को मजबूर है. हाफिज मसूद की हालत बहुत ही नाज़ुक बनी हुई है. मकामी लोगों का कहना है हम लोग उनके बेटे के पास गए तो उसने अपने पिता हाफिज मसूद को साथ रखने से साफ-साफ इनकार कर दिया है. कल देर रात सोशल मीडिया पर मामला आने के वाद आनन-फानन में उसकी लड़की ने अपने पिता को जिला अस्पताल में भर्ती कराया है. जहां उसका इलाज चल रहा है.

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अस्पताल में दाखिल हाफिज मसूद का कहना है कि लड़के की हरकतों की वजह से परेशान हैं. जमीन मकान सब है लेकिन लड़का और उसकी पत्नी उन्हें घर में नहीं रख रहे हैं. कहते हैं कि घर से अलग रहो. उनका कहना है कि अब तो अच्छी जिंदगी मिल जाए या मौत लेकिन घर नहीं जाना चाहता.

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स्थानीय अमजद खान का कहना है कि हाफिज मसूद ड्राइवर थे. इनके 10 एकड़ के करीब ज़मीन है. मकान है, लेकिन घर वाले इन्हें रखते नहीं हैं. इनके तीन लड़के थे एक की मौत हो गई, एक गुम हो गया और एक लड़का व उसकी पत्नी घर रहती है. जिन्होंने हाफिज़ को घर से निकाला है. अमजद ने बताया कि हम लोग उन्हें समझाने जाते हैं तो वो इनको रखने तैयार नहीं होते हैं.

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