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सुप्रीम कोर्ट से पूछा- जगन्नाथ रथ यात्रा को इजाज़त तो मुहर्रम के जुलूस क्यों नहीं, मिला ये जवाब

सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई में के दौरान अर्ज़ी दहिंदा ने सवाल किया कि जब जगन्नाथ पुरी में रथ यात्रा निकालने के लिए सुप्रीम कोर्ट से इजाजत मांगी तो कोर्ट ने उसे इजाजत दे दी थी. तो फिर मुहर्रम जुलूस को अनुमति क्यों नहीं दी जा रही.

फाइल फोटो.
फाइल फोटो.

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने जुमेरात को मुहर्रम का जुलूस निकालने की इजाज़त देने से इंकार कर दिया है. अदालत कहा है कि अगर हम इसकी इजाज़त देते हैं तो हालात बेकाबू होने का खतरा है और इंतेशार (अराजकता) फैलना का खदशा है. इसलिए बेहतर हो कि हर जगह का फैसला वहां के इंतेज़ामिया के ज़रिए लिया जाए. पूरे मुल्क के लिए कोई एक हुक्म नहीं दिया जा सकता. 

सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई में के दौरान अर्ज़ी दहिंदा ने सवाल किया कि जब जगन्नाथ पुरी में रथ यात्रा निकालने के लिए सुप्रीम कोर्ट से इजाजत मांगी तो कोर्ट ने उसे इजाजत दे दी थी. तो फिर मुहर्रम जुलूस को अनुमति क्यों नहीं दी जा रही. इस पर कोर्ट ने कहा कि जगन्नाथ यात्रा मामले सिर्फ एक जगह की बात थी. हमने मुमकिना हालात का तजज़िया किया और सावधानी के साथ इसे निकालने की इजाजत दी थी और यह भी पहले से ही मालूम था कि यात्रा कहां से शुरू होकर कहां तक जाएगी लेकिन मुहर्रम का मामला इस तरह का नहीं है.

कोर्ट ने कहा कि मुहर्रम में पूरे मुल्क का जुलूस निकालने को लेकर कोई हुक्म नहीं दिया जा सकता. हम बतौर अदालत सभी की जिंदगी को खतरे में डालने की नहीं सोच सकते. अगर आपने किसी एक जगह की बात की होती तो वहां के मुमकिना रिस्क के बारे में तजज़िया किया जा सकता था. 

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अदालत के इस रद्देअमल के बाद अर्ज़ी दहिंदा की जानिब से कहा गया कि सिर्फ लखनऊ में जुलूस की इजाजत मांगी गई. हवाला दिया गया कि शिया तबके के काफी लोग वहां रहते हैं. जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इसके लिए इलाहाबाद हाई कोर्ट हाईकोर्ट जाना चाहिए. बता दें कि ये याचिका शिया धर्मगुरु कल्बे जव्वाद ने दाखिल की थी.

क्या है जगन्नाथपुरी रथ यात्रा
जगन्नाथ रथ यात्रा अषाढ़ (हिंदी महीने का नाम जो जून और जुलाई के दौरान आता है) की दो तारीख को निकाली जाती है. इस यात्रा में भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के मुजस्समों (मूर्तियों) को तीन अलग-अलग रथ में रखकर शोभा यात्रा निकाली जाती है. यह रथयात्रा जगन्नाथ मंदिर (पुरी, ओडिशा) से शुरु होकर गुण्डिच्चा मंदिर तक जाती है. पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा सालों से चली आ रही है.

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