Bihar CBI Raid: बिहार में महागठबंधन की नई सरकार बन गई है. जिसके बाद से सियासी घमासान जरी है. विधानसभा में फ्लोर टेस्ट से पहले आज सुबह CBI की एंट्री ने काफी हंगामा बरपाया. आरजेडी के कई नेताओं के यहां सीबीआई की छापेमारी ने माहौल को इस हद तक गर्माया की उसकी तपिश विधानसभा के एक दिन के स्पेशल सत्र में भी महसूस की गई. उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने विधानसभा में संबोधित करते हुए बीजेपी पर ज़ोरदार हमला बोला. तेजस्वी यादव ने कहा की बीजेपी जब जब डरती है अपने तीन जमाई - CBI, ED, IT को आगे करती है. 


तेजस्वी के बयान के बाद हंगामा


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तेजस्वी के इस बयान के बाद असेंबली में बीजेपी ने काफी हांगामा किया. इस दौरान बीजेपी विधायक विधानसभा से वॉकआउट भी कर दिया. गौरतलब है कि आरजेडी के MLC सुनील सिंह, पूर्व MLC सुबोध राय और RJD के ही  दो राज्यसभा सांसद अशफाक़ करीम और फैयाज अहमद के यहां आज सीबीआई रेड डालने के लिए पुहंची थी.


इस मामले में पड़ी है रेड


CBI ने ये  रेड लैंड फॉर जॉब स्कैम मामले में की है. आपको बता दें आरोप है कि लालू प्रसाद यादव के परिवार वालों ने लोगों को उस वक्त रेलवे में नौकरी दिलाई जब वह रेल मंत्री हुआ करते थे और इसके बदले उन्होंने लोगों से जमीन ली थी.  CBI ने अपनी जांच में पाया था कि लालू यादव के रेल मंत्री रहते हुए बिना किसी विज्ञापन के कई लोगों को रेलवे में ग्रुप-डी की नौकरी दी गई थी. 


सीबीआई ने कही ये बात


सीबीआई अपनी जांच के जरिए दावा करती है की करोड़ों की जमीन को कौड़ियों के दाम में खरीदा गया. बिहार में एक लाख स्क्वायर फीट से ज्यादा की जमीन जिसकी क़ीमत उस वक्त के सर्किल रेट के हिसाब से 4 करोड़ 39 लाख थी. जिसे महज 26 लाख रुपये में खरीदा गया. इसी साल मई में लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी और पूर्व सीएम राबड़ी देवी, उनकी बेटी मीसा यादव, और हेमा यादव समेत 16 लोगों को आरोपी बनाते हुए उनके खिलाफ FIR दर्ज की थी और आज एक बार फिर से लालू प्रसाद यादव के करीबियों पर  CBI ने छापेमारी की.