आम-ए-खास नूरजहां की फसल इस बार अच्छी होने की उम्मीद है. उत्पादकों का कहना है कि इस साल चार किलोग्राम के पार जा सकता है ’नूरजहां’ के एक फल का वजन.
Trending Photos
इंदौरः अपने भारी-भरकम फलों के चलते “आमों की मलिका“ के रूप में मशहूर “नूरजहां“ आम के स्वाद के शौकीनों के लिए अच्छी खबर है. सब कुछ ठीक रहा तो इस बार इसके केवल एक फल का अधिकतम वजन चार किलोग्राम से ज्यादा रह सकता है. आम की इस खास किस्म के एक उत्पादक ने बुधवार को यह अनुमान जताया है.
एक फल का अधिकतम वजन चार किलोग्राम
अफगानिस्तानी मूल की मानी जाने वाली, आम की प्रजाति नूरजहां के गिने-चुने पेड़ मध्यप्रदेश के अलीराजपुर जिले के कट्ठीवाड़ा क्षेत्र में पाए जाते हैं. यह इलाका गुजरात से सटा है. इंदौर से करीब 250 किलोमीटर दूर कट्ठीवाड़ा के आम उत्पादक शिवराज सिंह जाधव ने बताया, “इस बार मेरे बाग में नूरजहां आम के तीन पेड़ों पर कुल 250 फल लगे हैं. ये फल 15 जून तक पककर बिक्री के लिए तैयार होंगे और इसके एक फल का अधिकतम वजन चार किलोग्राम के पार जा सकता है.’’
जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों से गिर जाते हैं आम के बौर
जाधव ने बताया कि जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों के कारण इस बार नूरजहां के कई बौर (आम के फूल) पेड़ पर नहीं टिक पाए और फल में तब्दील होने से पहले ही नीचे टपक गए. पिछले साल नूरजहां के एक फल का वजन औसतन 3.80 किलोग्राम था. जाधव ने बताया कि कट्ठीवाड़ा के पास स्थित गुजरात के कई शौकीन नूरजहां आम के फलों की अग्रिम बुकिंग के लिए उनसे अभी से फोन पर पूछताछ कर रहे हैं, जबकि इन्हें पककर बिक्री के लिए तैयार होने में कोई डेढ़ महीना बाकी है. लेकिन मौसम का कोई भरोसा नहीं है, इसलिए मैं नूरजहां आम के ज्यादा फलों की अग्रिम बुकिंग नहीं ले रहा हूं.’’
500 रुपये से 1,500 रुपये किलो
जाधव ने बताया कि वह इस बार नूरजहां का एक आम 1,000 रुपये से 2,000 रुपये के बीच बेचने पर विचार कर रहे हैं, जबकि पिछले साल इसके एक फल का भाव 500 रुपये से 1,500 रुपये के बीच रहा था. बागवानी के जानकारों ने बताया कि नूरजहां आम के पेड़ों पर आमतौर पर जनवरी-फरवरी से बौर आने शुरू होते हैं और इसके फल जून के पहले पखवाड़े तक पककर बिक्री के लिए तैयार हो जाते हैं. उन्होंने बताया कि नूरजहां आम के भारी-भरकम फल तकरीबन एक फुट तक लम्बे हो सकते हैं और इनकी गुठली का वजन 150 से 200 ग्राम के बीच होता है.
Zee Salaam Live Tv embed