मोहब्बत की निशानी "ताज" पर कुदरत का ज़ख्म, जुमा को आए तूफान से पहुंचा नुकसान
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मोहब्बत की निशानी "ताज" पर कुदरत का ज़ख्म, जुमा को आए तूफान से पहुंचा नुकसान

इससे पहले 2018 में 11 अप्रैल, 2 मई को आगरा में तूफान आया था. तब हवाओं की रफ्तार 132 किलोमीटर फी घंटा के हिसाब से थी. उस वक्त भी ताजमहल के रॉयल गेट और गुलदस्ता पिलर को नुकसान पहुंचा था.

मोहब्बत की निशानी "ताज" पर कुदरत का ज़ख्म, जुमा को आए तूफान से पहुंचा नुकसान

आगरा: जुमा की रात कुदरत के सितम के आगे मोहब्बत की निशानी ताजमहल के भी पांव उखड़ने लगे. 124 किलोमीटर फी घंटा की रफ्तार से आए तूफान ने ताजमहल को अच्छा खासा नुकसान पहुंचाया. ताजमहल के अहम यादगार पर यमुना की जानिब लगी लोहे की पाइप से बनाई गई पाड़ तूफान से गिर पड़ी, जिससे संगमरमर की रेलिंग टूट गई.

ताजमहल के मगरिबी गेट के अहम दरवाज़े समेत बरामदे के फॉल सीलिंग को भी नुकसान पहुंचा है. इसके अलावा अहम यादगार अहाते में लगे हुए कई पेड़ भी तेज़ हवाओं के सामने टिक नहीं पाए और धराशाई हो गए. ताजमहल के अलावा सिकंदरा स्मारक को भी तूफान ने नुकसान पहुंचाया है.  

आर्किलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के मुताबिक ये सब कुछ हाल रही में की गई तामीर है, जिसे जल्द ही फिर खड़ा कर दिया जाएगा. नुकसान यमुना की तरफ की रेलिंग के गिरने का है. पत्थर के इस्तेमाल से एक फिर ताज के इस हिस्से को मुगलकालीन लुक दिया जाएगा. 

इससे पहले 2018 में 11 अप्रैल, 2 मई को आगरा में तूफान आया था. तब हवाओं की रफ्तार 132 किलोमीटर फी घंटा के हिसाब से थी. उस वक्त भी ताजमहल के रॉयल गेट और गुलदस्ता पिलर को नुकसान पहुंचा था. आंधी से सरहिंदी बेगम, फतेहपुरी बेगम के मकबरों में भी गुलदस्ता पिलर गिर गए थे. 

तूफान में 3 लोगों की मौत 
आगरा में कल आए जबरदस्त तूफान ने ताजमहल को ही नहीं शहर के अलग-अलग हिस्सों में तबाही मचाई है. आंधी-तूफान के चलते 3 लोगों की मौत हो गई, इसमें एक बच्ची भी शामिल है. 10 लोगों के जख्मी होने की भी खबर है. फिलहाल अफसर तूफान से हुई तबाही के जायज़ा लेने में जुटे हुए हैं.

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