Udaipur Clash: सोमवार को उदयपुर में उस समय झड़प हो गई जब बीजेपी विधायक विश्वराज सिंह और उनके समर्थकों को सिटी पैलेस में एंट्री नहीं करने दी. सिटी पैलेस का मैनेजमेंट उनके चचेरे भाई और चाचा श्रीजी अरविंद सिंह मेवाड़ करते हैं. विश्वराज सिंह को सोमवार सुबह चित्तौड़गढ़ किले में पूर्व राजपरिवार के मुखिया के तौर पर नियुक्त किया गया था. इस महीने की शुरुआत में उनके पिता महेंद्र सिंह मेवाड़ का निधन हो गया था.


उदयपुर सिटी पैलेस में विवाद


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इससे पहले दिन में राज्याभिषेक समारोह पर महेंद्र सिंह मेवाड़ और उनके अलग हुए छोटे भाई अरविंद सिंह मेवाड़ के बीच चल रहे विवाद का भी असर पड़ा, जिन्होंने अनुष्ठान के तहत विश्वराज के परिवार के देवता एकलिंगनाथ मंदिर और उदयपुर के सिटी पैलेस में जाने की योजना के खिलाफ कानूनी नोटिस जारी किया था.


इससे पहले दिन में राज्याभिषेक समारोह पर महेंद्र सिंह मेवाड़ और उनके अलग हुए छोटे भाई अरविंद सिंह मेवाड़ के बीच चल रहे विवाद का भी असर पड़ा, जिन्होंने अनुष्ठान के तहत विश्वराज के परिवार के देवता एकलिंगनाथ मंदिर और उदयपुर के सिटी पैलेस में जाने की योजना के खिलाफ कानूनी नोटिस जारी किया था.


कैसे शुरू हुआ विवाद?


'यह विवाद तब शुरू हुआ जब सिंह अपने राज्याभिषेक समारोह के बाद अनुष्ठान के तहत पारिवारिक देवता एकलिंगनाथ मंदिर और उदयपुर स्थित सिटी पैलेस की ओर बढ़े, जहां उनके चचेरे भाई और चाचा श्रीजी अरविंद सिंह मेवाड़ ने उन्हें रोक लिया. सिटी पैलेस में एंट्री करने से रोके जाने पर दोनों पक्षों के बीच झड़प शुरू हो गई और विश्वराज सिंह के समर्थकों ने पैलेस के गेट पर धावा बोलने की कोशिश की, जिस पर पत्थर फेंके गए.


मैदान से सामने आ तस्वीरों दृश्यों में विश्वराज सिंह के समर्थक नारे लगाते और सिटी पैलेस के बाहर एकत्र होते नजर आए, जबकि पुलिस उन्हें रोकने और स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रही थी. मंदिर और महल दोनों अरविंद सिंह के कंट्रोल में हैं, जो उदयपुर में श्री एकलिंगजी ट्रस्ट के अध्यक्ष और प्रबंध ट्रस्टी हैं.


रविवार को जारी किया गया था नोटिस


रविवार, 24 नवंबर को सिटी पैलेस का प्रबंधन करने वाले ट्रस्ट ने दो सार्वजनिक नोटिस भी जारी किए, जिसमें कहा गया कि विश्वराज सिंह ट्रस्ट के सदस्य नहीं हैं और सिक्योरिटी वजहों से किसी भी अनधिकृत व्यक्ति को सोमवार को महल संग्रहालय में एंट्री की एजाजत नहीं दी जाएगी. लेकिन, जब सिंह को महल में प्रवेश करने से मना कर दिया गया, तो उनके गुस्साए समर्थकों ने बैरिकेड्स तोड़ दिए और सिटी पैलेस के द्वार के करीब जाने की कोशिश की.


सीनियर पुलिस अधिकारियों, उदयपुर के जिला मजिस्ट्रेट अरविंद पोसवाल और एसपी योगेश गोयल ने विश्वराज सिंह और उनके समर्थकों से बात की और मामले को सुलझाने की कोशिश की. उन्होंने अरविंद सिंह के बेटे से भी बात की, लेकिन बातचीत बेनतीजा रही.