Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश में कथित अवैध मदरसें और मस्जिदों के खिलाफ प्रशासन की बुलडोजर कार्रवाई जारी है. इसी कड़ी में संभल से चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां कथित तौर पर एक अवैध मस्जिद के खिलाफ बुलडोजर कार्रवाई की गई है, लेकिन हैरानी की बात यह है कि पुलिस दावा कर रही है कि मस्जिद के खिलाफ मुस्लिम समुदाय ने पिछले नोटिस के मुताबिक खुद से कार्रवाई की है. वहीं, मुस्लिम समाज की तरफ से प्रशासन पर गलत नाप-जोख और एकतरफा कार्रवाई का इलज़ाम लगाया जा रहा है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार 9 जून को उत्तर प्रदेश के संभल जिला के हायातनगर थाना क्षेत्र में कथित तौर पर रोड के साइड बनी एक मस्जिद को बुलडोजर कार्रवाई के तहत धवस्त कर दिया गया. वहीं, प्रशासन द्वारा उसी जगह पर मौजूद एक मंदिर के कुछ हिस्से को भी हटाने का दावा किया जा रहा है.
प्रशासन का दावा है कि यह मस्जिद अतिक्रमण की जमीन पर बनाई गई थी. गुजिश्ता मई के महीने में वहां की SDM वंदना मिश्रा ने विवादित स्थल का निरीक्षण किया था, जिसके बाद मस्जिद कमेटी और मंदिर के जिम्मेदारों को नोटिस दिया गया था. अब सोमवार 9 जून को नोटिस की मियाद खत्म होने के बाद बुलडोजर कार्रवाई की गई है.
बुलडोजर कार्रवाई के दौरान इलाके में टेंशन का माहौल हो गया था. मस्जिद के पास भारी तादाद में मुस्लिम समुदाय के लोग इकट्ठा हो गए थे. लेकिन मौके पर भारी पुलिस बल की तैनाती ने हालात को खराब नहीं होने दिया, और कोई हिंसा नहीं हुई. इस कार्रवाई के दौरान PWD के अफसर भी मौजूद थे.
गौरतलब है कि मस्जिदों और मदरसों की वैधता की जांच करने के नाम पर लगातार कार्रवाई की जा रही है. इसलिए मुस्लिम समाज और राज्य सरकार के बीच कई मामले कोर्ट में चल रहे हैं. मुस्लिम समाज का कहना है कि प्रशासन कोर्ट के आदेशों का सरेआम उल्लंघन कर रही है, और कानूनी प्रोसेस को बिना फॉलो किए मस्जिदों और मदरसों पर बुलडोजर चलाए जा रहे हैं. साथ ही प्रशासन पर एकतरफा कार्रवाई करने का भी आरोप लग रहे हैं.