Uttar Pradesh: मदरसे की सिलेबस में होगा बदलाव; सिर्फ दीनी तालीम नहीं, ये पढ़ाना भी ज़रूरी
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Uttar Pradesh: मदरसे की सिलेबस में होगा बदलाव; सिर्फ दीनी तालीम नहीं, ये पढ़ाना भी ज़रूरी

Uttar Pradesh Madrasa News: मुख्यमंत्री योगी ने एक बड़ी मीटिंग करने के मदरसा के शिक्षा व्यवस्था में भाड़ी बदलाव करने की बात कही है. पूरी जानकारी के लिए नीचे स्क्रॉल करें.

Uttar Pradesh: मदरसे की सिलेबस में होगा बदलाव; सिर्फ दीनी तालीम नहीं, ये पढ़ाना भी ज़रूरी

Uttar Pradesh Madrasa News: उत्तर प्रदेश में मदरसा में शिक्षा  की गुणवत्ता को लेकर एक उच्च स्तरीय मीटिंग की गई है. इस समीक्षा बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ खुद मौजूद थे. इस दौरान उन्होंने मदरसा की शिक्षा व्यवस्था में बदलाव और आधुनिक शिक्षा को शामिल करने की बात कही है.

दरअसल, मदरसा में शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर हमेशा से सवाल उठते रहे हैं, इस बीच शुक्रवार 25 अप्रैल यानी आज मुख्यमंत्री योगी की अगुवाई में एक उच्च स्तरीय मीटिंग की गी है, जिसमें मदरसा में शिक्षा व्यवस्था की समीक्षा, और वहां पढने वाले स्टूंडेंट्स के भविष्य को लेकर चर्चा की  गई. सीएम ने इस मीटिंग के दौरान कई बाते रखी है. उन्होंने कहा कि यह सरकार की जिम्मेदारी है कि मदरसा में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को आधुनिक शिक्षा भी मिल सके.

सरकार के इस कदम से मदरसा स्टूडेंट्स को मिल पाएगी रोजगार
उन्होंने कहा कि हमे यह सुनिश्चित करना है कि मदरसा सिर्फ दीनी तालीम का इदारा बन कर न रह जाए, बल्कि वहां ऐसी तालीम दी जाए जिससे मदरसा में पढ़ने वाले स्टूंडेंट्स का भविष्य उज्जवल हो. सीएम योगी ने कहा कि मदरसा शिक्षा को पारदर्शी, गुणवत्तापूर्ण और रोजगारपरक बनाया जाना चाहिए, ताकि मदरसा से तालीमयाफ्ता स्टूंडेंस्ट्स को आसानी से रोजगार मिल सके.

मुख्यमंत्री योगी ने यह भी कहा कि सरकार का उद्देश्य सिर्फ बदलाव करना नहीं, बल्कि मदरसा शिक्षा को मुख्यधारा में लाना है, जिससे समाज के सभी वर्ग के लोगों को बराबर का मौका मिल सके और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके.

मदरसा स्टूडेंट्स की उज्जवल भविष्य के लिए संगठन बनाने की पेशकस
उन्होंने कहा कि काह कि मौजूदा व्यवस्था में मदरसों में टिचर्स की नियुक्ति प्रोसेस पर भी ध्यान देने की जरूरत है. उन्होने कहा कि अल्पसंख्यक कल्याण, उत्तर प्रदेश की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया जाए, जिसमें बेसिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा, वित्त, न्याय एवं अल्पसंख्यक कल्याण विभागों के खास सचिव मेंबर हों. यह समिति मदरसों के सही संचालन और टिचर्स की सेवा-सुरक्षा तथा स्टूडेंट्स के उज्ज्वल भविष्य के लिए जरूरी बदलावों पर अपनी सिफारिश देगी

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