महज 7 साल के विराट चंद्रा ने किया ऐसा करनामा, हो रही है हर तरफ तारीफ
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महज 7 साल के विराट चंद्रा ने किया ऐसा करनामा, हो रही है हर तरफ तारीफ

हैदराबाद के रहने वाले विराट चंद्रा ने ऐसा करनाम किया है, जिसे बड़े-बड़े लोग करने से पहले सोचते हैं. कक्षा दो के छात्र विराट ने अफ्रीका के सबसे उंचे पर्वत पर तिरंगा फहराया है. 

विराट चंद्रा अपने परिवार के साथ

हैदराबाद: तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में रहने वाला एक सात वर्षीय बच्चे ने ऐसा करनामा किया है, जिसे करने से पहले बड़े-बड़े धुरंधर भी सोचते हैं. दरअसल, हैदराबाद के रहने वाले  सात वर्षीय विराट चंद्रा (Virat Chandra) ने अफ्रीका के सबसे उंचे पर्वत किलिमंजारो (Kilimanjaro ) की चढ़ाई कर नया कीर्तिमान रच दिया है. इस पर्वत के शिखर पर पहुंचने के बाद विराट ने तिंरगा भी फहराया. विराट इस उपलब्धि को हासिल करने वाले सबसे कम उम्र के यंगस्टर बन गए हैं. 

क्या बोली विराट की मां 
इस मुकाम को हासिल करने से पहले विराट पूरी तरह से आश्वस्त था. लेकिन, उसके माता-पिता आश्वस्त नहीं थे. विराट की मां मधु ने एक इंटरव्यू में बताया कि हमने सोचा की विराट एक यंग लड़का है और ध्यान आकर्षित करने के लिए ऐसा कर रहा है. जब वह इस काम को करने के लिए जोर देने लगा तो हमने भरत थम्मिननी से बात करने का फैसला किया. जिन्होंने विराट के चचेरे भाई को पहाड़ों पर चढ़ने की ट्रेनिंग दी हैं.

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क्या बोले कोच 
 एक महीने के पशिक्षण के बाद विराट के कोच भरत ने उसको किलिमंजारो ले जाने का फैसला किया.भरत ने बताया कि जब विराट मेरे पास आया, तो वह बहुत उत्साहित था. मैंने कई लोगों को कड़ी ट्रेनिंग के बाद बीच में ही छोड़ कर जाते देखा है. इसलिए, मैंने एक महीने के लिए विराट को प्रशिक्षित करने और उसकी क्षमता की जांच करने का फैसला किया.इस दौरान कड़ी मेहनत के बाद भी विराट ट्रेनिंग से वापस नहीं लौटा. विराट हर दिन अपने प्रशिक्षण के लिए समय पर आता था. ट्रेनिंग के दौरान विराट रोज 6 किलोमीटर तक दौड़ता था. इसके अलावा उसके ट्रेनिंग में पहाड़ियों पर चढ़ना और योग करना शामिल था. उसने 28 फरवरी को दार-एस-सलाम के लिए रवाना होने से पहले एक मैराथन में भी भाग लिया था.

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क्लास 2 के स्टूडेंट है विराट 
सिकंदराबाद स्थित गीतांजली देवशाला स्कूल में पढ़ने वाले कक्षा दो के छात्र विराट ने बताया कि मैं इस मुकाम को हासिल करने के लिए सुबह के 9 बजे किबु से रवाना हुआ. यह 4,720 मीटर की ऊंचाई थी. यह यात्रा बहुत चुनौतीपूर्ण थी. हमने बहुत कठोर जलवायु का सामना किया. वहां पहुंचने के बाद, हमने जल्दी खाना खाया और सो गए. इसके बाद अगली सुबह 3.40 बजे उरु चोटी के लिए हमारी यात्रा शुरू हुई, जो अफ्रीका का सबसे ऊंचा स्थान है. 

मिशन को पूरा करके खुश हैं विराट 
विराट ने अनुभव को शेयर करते हुए बताया, चढ़ाई के दौरान घने कोहरे और हवा से निकलते हुए मैं कुछ पल के लिए डर गया था. क्योंकि मुझे कोहरे के बीच कुछ भी दिख नहीं रहा था. लेकिन मैंने हार नहीं मानी. शिखर तक पहुंचने के लिए हमें आठ घंटे लगे. मैं अपने मिशन को पूरा करके काफी खुश हूं. 

 

 

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