नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल चुनावों से पहले टीएमसी प्रमुख और सीएम ममता बनर्जी को एक से बढ़कर एक बड़े झटके लग रहे हैं. पश्चिम बंगाल की टीएमसी सरकार में वन मंत्री राजीब बनर्जी ने अपने ओहदे से इस्तीफा दे दिया है. राजीब बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल के लोगों की खिदमत करना मेरे लिए खुशकिस्मती रही. मुझे यह मौका देने के लिए आप लोगों शुक्रिया अदा करता हूं.
बता दें कि चुनावों से पहले टीएमसी के कई बड़े नेता ममता बनर्जी का साथ छोड़कर चुके हैं. ऐसे में एक और मंत्री का इस्तीफा देना टीएमसी के लिए बहुत बड़ा नुकसान होगा.
यह भी पढ़ें: लॉटरी टिकट नहीं बिकने से परेशान था दुकानदार, खुद ही कर लिया स्क्रैच और जीत गया 12 करोड़
बता दें कि चीफ इलेक्शन कमिश्नर सुनील अरोड़ा शनिवार को शाम साढ़े चार बजे दिल्ली में पश्चिम बंगाल विधान सभा चुनाव 2021 को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही पश्चिम बंगाल में चुनावों की घोषणा हो सकता है.
बंगाल दौरे पर आ रहे हैं PM मोदी
बता दें कि राजीब का इस्तीफा उस वक्त सामने आया है जिसके एक दिन बाद ही पीएम नरेंद्र मोदी नेताजी की 125वीं जयंती पर बंगाल दौरे पर आ रहे हैं. ऐसे में अटकलें हैं कि राजीब भी टीएमसी के दूसरे बागियों की तरह बीजेपी में शामिल हो सकते हैं.
अब्बास पीरज़ादा ने बनाई पार्टी
पश्चिम बंगाल के मुसलमानों में अच्छी पैठ रखने वाले नेता पीरज़ादा अब्बास सिद्दीकी (Pirzada Abbas Siddiqui) ने अपनी पार्टी (इंडियन सेक्युलर फ्रंट (ISF)) का ऐलान कर दिया है. पार्टी की लॉन्चिंग के दौरान उन्होंने कहा है कि वो बंगाल की सियासत में किंगमेकर का किरदार अदा करना चाहते हैं. साथ उन्होंने यह भी कहा है कि उनकी पार्टी बंगाल की सभी 294 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है.
बंगाल में 30 फीसद मुस्लिम वोट
काबिले ज़िक्र है बंगाल में कुल वोटरों की तादाद में लगभग 30 फीसदी मुस्लिम वोटर हैं. बंगाल के हुगली, बर्धमान, हावड़ा, उत्तर 24 परागना, दक्षिण 24 परागना, मुर्शीदाबाद, मालदा और बीरभूम जिले के लाखों बंग्लाभाषी मुसलमान फुरफुरा शरीफ दरगाह से जुड़े हुए हैं. अब देखना यह होगा कि 2021 के चुनावों में "एम फैक्टर" (मुस्लिम वोट बैंक) किस तरफ जाता है.
ZEE SALAAM LIVE TV