मगरिबी बंगाल के गर्वनर धनखड़ ने सरकार से क्यों कहा- `सिस्टम से बाहर जाकर मुझे मजबूर न करें`
राज्यपाल धनखड़ ने कहा कि सूबे में हिंसा का तांडव चल रहा है, लेकिन मुख्यमंत्री या मंत्री ने किसी भी मजलूम के आंसू पोंछे हो तो बताइये. उन्होंने कहा है कि सरकार संविधान के दायरे में काम करें. अगर सिस्टम के बाहर जाकर काम करेगी, तो इसका मतलब सरकार मुझे मजबूर करेगी.
कोलकाताः मगरिबी बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी पार्टी भाजपा के बीच का टश्न खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. गर्वनर और रियासती हुकूमत के बीच रस्साकशी के हालात मुसलसल बने हुए हैं. सोमवार को बीजेपी के विधायक दल के नेता शुभेंदु अधिकारी की कयादत में एक वफद ने राजभवन जाकर गवर्नर का मेंमोरेंडम सौंपा है, जिसमें बंगाल में फिर राजनीतिक हिंसा होने और उसपर हुकूमत के जरिए कोई रोक नहीं लगाने की शिकायत की गई है. इसके बाद राज्यपाल जगदीप धनखड़ ममता सरकार को सख्त लेहजे में कहा है कि सरकार को आए हुए एक माह से ज्यादा का वक्त हो गया है लेकिन कैबिनेट की बैठक में अभी तक राजपनीतिक हिंसा पर चर्चा नहीं की गई है. गवर्नर ने कहा है कि सरकार अगर आईन के मुताबिक काम नहीं करेगी तो फिर हमें मजबूर हो जाना पड़ेगा. इस खबर को न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने भी रिपोर्ट किया है.
सिस्टम से बाहर जाकर सरकार न करे काम
राज्यपाल धनखड़ ने कहा कि सूबे में हिंसा का तांडव चल रहा है, लेकिन मुख्यमंत्री या मंत्री ने किसी भी मजलूम के आंसू पोंछे हो तो बताइये. उन्होंने कहा कि रियासत में एससी और एसटी पर हमले बोले गए हैं. उम्मीद है कि सरकार इस मामले में मुसबत रुख अखतियार करेगी. सरकार संविधान के दायरे में काम करें. अगर सिस्टम के बाहर जाकर काम करेगी, तो इसका मतलब सरकार मुझे मजबूर करेगी.
शुभेंदु अधिकारी प्रधानमंत्री- शाह से कर चुके हैं मुलाकात
इससे पहले, शुभेंदु अधिकारी ने रियासत के नज्मो-नश्क के हालात पर राज्यपाल के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस की थी. इस मामले में वह गुजिश्ता सोमवार को दिल्ली में वजीर-ए-आजम नरेंद्र मोदी, मरकजी वजीर-ए-दाखिला अमित शाह और भाजपा सदर जेपी नड्डा से भी मुलाकात कर चुके हैं. शुभेंदु अधिकारी ने सूबे में कानून-व्यवस्था को लेकर फिक्र जाहिर की थी.
क्या है भाजपा की शिकायत
गौरतलब है कि मगरिबी बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद बीजेपी मुसलसल टीएमसी के कार्यकताओं पर हिंसा का इल्जाम लगा रही है. भाजपा का कहना है कि टीएमसी के कारकून भाजपा कार्यकाताओं को निशाना बना रहे हैं. उनके साथ मारपीट करते हैं. उनके दुकानें और घर लूट रहे हैं. उनके घर की औरतों के साथ टीएमसी कार्यकर्ता बदतमीजी करते हैं. बीजेपी का दावा है कि चुनाव के बाद बीजेपी के 40 से ज्यादा कार्यकर्ताओं का कत्ल हो चुका है. यहां भाजपा विधान सभा चुनाव के पहले से राज्य में संविधान के मुताबिक शासन न चलाने का टीएमसीप पर इल्जाम लगा रही है.
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