जय शाह ने बताया कि मैंने धोनी से दुबई में बात की थी. और उन्होंने सिर्फ टी20 वर्ल्डकप के लिए मेंटॉर बनने पर सहमति दी थी.
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नई दिल्ली: इसी साल होने वाले टी-20 वर्ल्डकप के लिए बुधवार रात भारतीय टीम का ऐलान किया जा चुका है. बीसीसीआई के ज़रिए किए गए ऐलान में सलामी बल्लेबाज शिखर धवन को जगह नहीं मिली है वहीं भारत को टी-20 वर्ल्डकप जिताने वाले पूर्व दिग्गज कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को टीम के मार्गदर्शक के तौर पर वापस लाया गया है.
महेंद्र सिंह धोनी को टीम का मार्गदर्शक बनाए जाने से उनके फैंस में खासा उत्साह है. बीसीसाआई सचिव जय शाह ने ऐलान के वक्त कहा कि पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी टी20 विश्व कप के लिये टीम के मेंटॉर (मार्गदर्शक) होंगे. जय शाह ने बताया कि मैंने धोनी से दुबई में बात की थी. और उन्होंने सिर्फ टी20 वर्ल्डकप के लिए मेंटॉर बनने पर सहमति दी थी. शाह ने बताया कि सभी साथी भी इस बात पर सहमत हैं. जिनमें कप्तान (विराट कोहली) और उप कप्तान (रोहित शर्मा) शर्मा भी शामिल हैं.
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अब बहुत से लोगों के मन में यह सवाल भी जरूर उठ रहा होगा कि आखिर सन्यास ले चुके महेंद्र सिंह धोनी को वापस बुलाने की ऐसी कौन सी जरूरत आ पड़ी. तो हम आपको बताते हैं धोनी को टीम का मार्गदर्शक बनाए जाने के पीछे क्या कारण हो सकता है.
सबसे पहली वजह तो यह हो सकती है कि धोनी को सीमित ओवरों के क्रिकेट के लिए कारगर रणनीति तैयार करने के उनके अनुभव को देखते हुए उन्हें इस किरदार के लिए चुना गया है. महेंद्र सिंह दोनी जानते हैं कि बड़े-बड़े मुकाबलों में प्रेशर के दौरान किस तरह की रणनीति बनाई जाती है. धोनी के पास अनुभव है कि किस तरह अलग-अलग हालात में मैच को संभाला जाता है.
बता दें कि धोनी की कप्तानी में ही भारत ने पहली और इकलौती बार टी20 वर्ल्ड कप जीता था. विराट कोहली अभी तक आईसीसी टूर्नामेंट में टीम को कोई भी ट्रॉफी नहीं दिला सके हैं. हालांकि भारतीय टीम ने उनकी कप्तानी में चैंपियंस ट्रॉफी (2017), वर्ल्ड कप (2019) और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल (2021) खेला है लेकिन ट्रॉफी दूर ही रही है.
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