इस्लाम में मेहमानों का भी हक, इतने दिन से ज्यादा न रुकें

Siraj Mahi
Nov 04, 2023


इस्लाम में मेहमानों के हक के बारे में बताया गया है. इस्लाम में बताया गया है कि मेजबान मेहमानों की खातिरदारी अल्लाह की रजा के लिए करे.


किसी भी शख्स के लिए ये जायज नहीं कि वह अपने मेहमानों को देखकर मुंह बनाए. उनके आने से नाराज हो जाए.


मेहमान अल्लाह की रहमत हैं. जब भी वह घर पर आएं तो उनकी बेहतर तरीके साखातिरदारी की जाए.


अगर कोई मेहमान 3 दिन से ज्यादा रुक जाए, इसके बावजूद उसकी खातिरदारी की जाए तो उसे सवाब मिलेगा.


इसी के साथ मेहमान के लिए कहा गया है कि वह कहीं भी तीन दिन से ज्यादा मेहमानी न करे, जिसकी वजह से मेजबान तंगी और परेशानी में पड़ जाए.


इस्लाम कहता है कि जब मेहमान घर के अंदर दाखिल हो तो वह अपनी नजरें काबू में रखे.


यह भी बताया गया है कि जब मेहमान जाए तो वह अपनी जबान को काबू में रखे ताकि उस घर की इज्जत बची रहे.


मेहमान नवाजी के आदाम में यह भी शुमार है कि जब मेहमान के सामने खाना आए तो वह सब न खा जाए. प्लेट में थोड़ा बचा दे.


एक हदीस में जिक्र है कि प्रोफेट मोहम्मद (स.) ने फरमाया कि जो लोग अल्लाह और आखिरत के दिन पर ईमान रखते हों वे अपने मेहमान की खातिर करें.

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