इस्लाम में सब्र करने से मिलती है जन्नत; पढ़ें सब्र पर हदीस
Siraj Mahi
Mar 03, 2024
खूबी इस्लाम में सब्र करने के बारे में बताया गया है. इस्लाम में सब्र करना एक खूबी है.
पुरसुकून सब्र का मतलब परेशानी से बचना और मुश्किल वक्त में पुरसुकून रहना है.
आजमाईश इस्लाम में कहा गया है कि अल्लाह अपने बंदों को आजमाने के लिए उस पर मुसीबत डालता है
अल्लाह पर यकीन जो अल्लाह के नेक बंदे होते हैं, जिन्हें अल्लाह पर यकीन होता है वह सब्र करते हैं.
परेशान न हो सबसे अच्छा सब्र यह है कि इंसान परेशानी में हो और कोई शख्स उसे पहचान न सके, उस की परेशानी किसी पर जाहिर न हो.
कुरान कुरान में कहा है कि "ऐ ईमान वालों! सब्र और नमाज से मदद मांगो, बेशक अल्लाह साबिरों के साथ है." (सूरह: बकर, 153)
माफ कर दो प्रोफेट मोहम्मद स. के मुताबिक "जो तुम से ताल्लुक तोड़े उससे अच्छे से पेश आओ, जो तुम्हें महरूम करे उसे अता करो और जो तुम पर जुल्म करे उसे माफ कर दो."