"मैं भी कुछ ख़ुश नहीं वफ़ा कर के, तुम ने अच्छा किया निबाह न की"

Siraj Mahi
Jun 01, 2024

दुनिया
तुम हमारे किसी तरह न हुए... वर्ना दुनिया में क्या नहीं होता

निबाह
न करो अब निबाह की बातें... तुम को ऐ मेहरबान देख लिया

पशेमां
वो आए हैं पशेमाँ लाश पर अब... तुझे ऐ ज़िंदगी लाऊँ कहाँ से

फंसना
शब जो मस्जिद में जा फँसे 'मोमिन'... रात काटी ख़ुदा ख़ुदा कर के

इज्जत
आप की कौन सी बढ़ी इज़्ज़त... मैं अगर बज़्म में ज़लील हुआ

माशूक
माशूक़ से भी हम ने निभाई बराबरी... वाँ लुत्फ़ कम हुआ तो यहाँ प्यार कम हुआ

पहरों
रोया करेंगे आप भी पहरों इसी तरह... अटका कहीं जो आप का दिल भी मिरी तरह

बेकार
किसी का हुआ आज कल था किसी का... न है तू किसी का न होगा किसी का

मिलना
ठानी थी दिल में अब न मिलेंगे किसी से हम... पर क्या करें कि हो गए नाचार जी से हम

VIEW ALL

Read Next Story