"हुस्न को शर्मसार करना ही, इश्क़ का..." पढ़ें मजाज के बेहतरीन शेर
"अजीब रंग में अब के बहार गुजरी है" फैज अहमद फैज
"न है तू किसी का न होगा किसी का" मोमिन खां मोमिन के शेर
"हम से ज़ियादा तेरा तलबगार कौन है" सलीम कौसर के शेर