क्रिकेट इतिहास के वे 7 मुस्लिम प्लेयर, जिन्होंने अपोनेंट की नाक में खूब दम किया
"शबनम हूं, जल रहा हूं शरारों के शहर में", सलाम मछली शहरी के शेर
"ख़्वाब होते हैं देखने के लिए, उन में जा कर मगर..." मुनीर नियाजी के शेर
"निकल के हम तिरी महफिल से राह भूल गए", पढ़ें मजरूह सुल्तानपुरी के शेर