सैयद अली शाह गिलानी (Syed Ali Shah Gilani) के इंतेकाल के बाद जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने कई अहतियाती कदम उठाए हैं.
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श्रीनगरः अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी (Syed Ali Shah Gilani) का लंबी बीमारी के बाद बुध की देर रात इंतकाल हो गया. प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामी के मेंबर और हुर्रियत कांफ्रेंस के कट्टरपंथी धड़े के चीफ गिलानी पिछली दो दहाइयों से कई बीमारियों से मुतासिर थे. वह 92 साल के थे. उन्होंने बुध को श्रीनगर में वाके अपने रिहाइश पर रात 10.30 बजे आखिरी सांस ली. वह कश्मीर से धारा 370 के हटाये जाने के बाद से हैदरपोरा में वाके अपने घर पर नजरबंद थे.
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इंटरनेट सर्विस बंद
सैयद अली शाह गिलानी (Syed Ali Shah Gilani) के इंतेकाल के बाद जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने कई अहतियाती कदम उठाए हैं. कश्मीर के इंस्पेक्टर जनरल विजय कुमार ने बताया कि प्रशासन ने एहतियातन घाटी में सुरक्षा व्यवस्था को सख्त करते हुए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं.
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सैयद अली शाह गिलानी (Syed Ali Shah Gilani) के इंतेकाल के बाद पाकिस्तान के कई नेताओं ने दुख का इज़हार किया है. इनमें सबसे बड़ा नाम पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) का है. इमरान खान ने गिलानी को मुजाहिदे कश्मीर लिखते हुए कहा कि उनकी रहलत की खबर सुनकर बहुत रंजीदा हूं कि उम्र भर अपने लोगों और उनके हक के लिए जिद्दोजहद करते रहे.
We in Pakistan salute his courageous struggle & remember his words: "Hum Pakistani hain aur Pakistan Humara hai". The Pakistan flag will fly at half mast and we will observe a day of official mourning.
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) September 1, 2021
इतना ही नहीं इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान में हम उनकी बाहमत व बेबाक जिद्दोजहद को सलाम पेश करते हैं और उनके अल्फाज़ को अपने दिल व दिमाग में ताज़ा किए हुए हैं कि "हम पाकिस्तानी हैं और पाकिस्तान हमारा है." इस मौके पर इमरान खान ने कहा कि 'पाकिस्तान में एक दिन का शोक रहेगा और झंडे को आधा झुका दिया जाएगा.