UKRAINE CRISIS: दूतावास ने कहा कि लगभग 200 भारतीय छात्रों को आश्रय प्रदान किया गया है. वर्तमान में, 20,000 भारतीय यूक्रेन में फंसे हुए हैं जिनमें ज्यादातर छात्र हैं.
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नई दिल्लीः यूक्रेन के कई शहरों को निशाना बनाकर रूस की ओर से सैन्य अभियान शुरू किए जाने के बाद बृहस्पतिवार को बड़ी संख्या में भारतीय छात्र कीव में भारतीय दूतावास के बाहर जमा हो गये हैं और मदद की गुहार लगा रहे हैं. छात्रों ने भारतीय दूतावास से उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की.
सरकारी सूत्रों ने बताया कि दूतावास ने आस-पास के छात्रों के लिए सुरक्षित परिसर की व्यवस्था की और उन्हें वहां ले जाया गया. उन्होंने कहा कि कीव में जमीनी स्थिति को देखते हुए इस प्रक्रिया में कुछ समय लग गया. एक सूत्र ने कहा, ‘‘वर्तमान में कोई भी भारतीय नागरिक दूतावास के बाहर नहीं फंसा है. जैसे ही नए छात्र आ रहे हैं, उन्हें सुरक्षित परिसर में ले जाया जा रहा है.’’ दूतावास ने कहा कि लगभग 200 भारतीय छात्रों को आश्रय प्रदान किया गया है. वर्तमान में, 20,000 भारतीय यूक्रेन में फंसे हुए हैं जिनमें ज्यादातर छात्र हैं.
यूक्रेन में फंसे छात्रों के अभिभावक चिंतित
हरियाणा के जींद और उत्तर प्रदेश के आगरा के कई छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं. उनके परिजनों को उनके सुरक्षा की चिंता हो रही है और उन्होंने पूर्वी यूरोपीय देश में फंसे अपने बच्चों को छात्रावासों से बाहर नहीं निकलने की हिदायत दी है. जींद जिले के अर्बन एस्टेट निवासी अजित ने बताया कि उनका बेटा गौरव खारकीव में है और उसकी 28 फरवरी की उड़ान है और फिलहाल कोई उड़ान संचालित नहीं हो रही है. रामनिवास ने बताया कि उनकी बेटी प्रीति यूक्रेन के तरनोपिल शहर में है. फिलहाल हालात ठीक हैं लेकिन विद्यार्थियों को होस्टल से बाहर नहीं निकलने की हिदायत दी गई है. उन्होंने बताया कि बेटी को एटीएम से पैसे निकालने और खाने पीने का सामान जमा करने को कहा गया है.
भारतीयों को वापस लाने के लिये हरसंभव कदम उठायेंगेः श्रृंगला
यूक्रेन पर रूस के हमले के मद्देनजर उत्पन्न स्थिति के बीच भारत ने वहां फंसे अपने नागरिकों को आश्वस्त किया कि छात्रों सहित यूक्रेन से सभी भारतीय नागरिकों को सुरक्षित एवं सही-सलामत वापस लाने के लिए हरसंभव कदम उठाएंगे. विदेश सचिव हर्षवर्द्धन श्रृंगला ने बृहस्पतिवार को बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीएस) की बैठक में कहा कि पूर्वी यूरोप के इस देश में भारतीयों की सुरक्षा और वहां से उन्हें सुरक्षित बाहर निकाल कर लाना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. यूक्रेन की स्थिति पर प्रेस वार्ता में श्रृंगला ने बताया कि यूक्रेन में स्थिति का जायजा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सुरक्षा मामलों संबंधी कैबिनेट समिति की बैठक में इस विषय पर चर्चा हुई.
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