एक सैन्य अभियान में मारा गया ISIS का सरगना अल सहरावी; फ्रांस ने इसे बताया बड़ी जीत
मैक्रों के ऑफिस के मुताबिक, अल-सहरावी ने ही फ्रांस के छह सहायता कर्मियों और नाइजर के उनके साथियों का कत्ल करने के लिए पिछले साल आदेश दिए थे.
पेरिसः फ्रांस ने ग्रेटर सहारा में इस्लामिक स्टेट के सरगना अदन अबू वालिद-अल-सहरावी को मार गिराया है. फ्रांस के अफसरों ने जुमेरात को बताया कि फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने देर रात अदन अबू वालिद-अल-सहरावी के मारे जाने की घोषणा की थी. मैक्रों के ऑफिस के मुताबिक, अल-सहरावी ने ही फ्रांस के छह सहायता कर्मियों और नाइजर के उनके साथियों का कत्ल करने के लिए पिछले साल आदेश दिए थे. उसका संगठन 2017 में हुए उस हमले में भी शामिल था, जिसमें अमेरिका और नाइजर सेना के कर्मी मारे गए थे.
इस्लामिक स्टेट समूह माली और नाइजर के बीच सीमा पर सक्रिय है
फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली ने गुरुवार को ‘आरएफआई रेडियो’ को बताया कि वह ‘‘कुछ हफ्ते पहले’’ फ्रांस के बरखाने सैन्य अभियान में मारा गया था, लेकिन अधिकारी घोषणा करने से पहले उसकी पहचान को लेकर पूरी तरह मुतमईन होना चाहते थे. उन्होंने इस संबंध में कोई जानकारी नहीं दी कि अल-सहरावी किस मुहिम में या कहां मारा गया. इस्लामिक स्टेट समूह माली और नाइजर के बीच सीमा पर सक्रिय है. फ्रांस के विदेश मंत्री ज्यां-इव लि द्रियां ने ‘फ्रांस-इंफो रेडियो’ से कहा कि नरसंहार और आतंकवाद की जड़ वही था.
अल-सहरावी ने नाइजर में 2017 के हमले की जिम्मेदारी ली थी
ज्यां-इव लि द्रियां ने अफ्रीकी सरकारों से उसकी मौत के बाद पैदा हुए हालात का फायदा उठाते हुए इस्लामिक स्टेट के चरमपंथियों द्वारा ली गई जमीन को वापस अपने कब्जे में लेने का आग्रह किया है. कट्टर आतंकवादी की मौत की खबरें माली में करीब एक सप्ताह से फैल रही थीं, हालांकि इस क्षेत्र के अधिकारियों द्वारा इसकी कोई तस्दीक नहीं की गई. अभी यह भी स्पष्ट नहीं है कि शव की शिनाख्त कैसे की गई. अल-सहरावी ने नाइजर में 2017 के हमले की जिम्मेदारी ली थी, जिसमें चार अमेरिकी सैन्यकर्मी और नाइजर की सेना के चार सदस्य मारे गए थे.
फ्रांस की सेना इस्लामी चरमपंथियों से लंबे वक्त से लड़ रही है
अल-सहरावी के संगठन ने साहेल में कई विदेशियों का भी अपहरण किया और माना जाता है कि अमेरिकी सहायता कर्मी जेफरी वुडके अब भी उसके कब्जे में हैं. वुडके का 2016 में नाइजर में उनके घर से अपहरण कर लिया गया था. फ्रांस की सेना साहेल क्षेत्र में इस्लामी चरमपंथियों से लंबे वक्त से लड़ रही है. उसने हाल ही में घोषणा की थी कि वह अगले साल की शुरुआत तक 2,000 सैनिकों को वहां से वापस लाने की योजना के साथ इस क्षेत्र में अपने फौजी मौजूदगी को कम करेगा.
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