इस्लामाबाद: मौलाना अज़ीज़ ने किया लाल मस्जिद पर कब्ज़ा, कर रहा कश्मीर जिहाद की मांग
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इस्लामाबाद: मौलाना अज़ीज़ ने किया लाल मस्जिद पर कब्ज़ा, कर रहा कश्मीर जिहाद की मांग

मौलाना अब्दुल अज़ीज़ ने लाल मस्जिद पर कब्ज़ा कर लिया है और उसका कहना है कि उसे इस मस्जिद का इमाम बनाया जाए. गैर मुल्की मडिया के मुताबिक़ उसके तीन मुतालबात हैं जिनमें से उसकी एक मांग यह भी है कि कश्मीर को लेकर जिहाद शुरू किया जाए

  • मौलाना के साथ मस्जिद में जामिया हफ्सा मदरसे की 100 से भी ज्यादा तालिबात मौजूद हैं जोकि मौलाना की हिमायत कर रही हैं.
  • मौलाना का कहना है कि इस मस्जिद के लिए उसके भाई और वालिद ने कुर्बानियां दी हैं और हुकूमत उन को यहां से बे-दख़ल नहीं कर सकती,
  • उसका कहना है कि इस मस्जिद के इंतेज़ाम को उससे बेहतर कोई और नहीं चला सकता

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फाइल फोटो...

इस्लामाबाद: इस्लामाबाद की लाल मस्जिद का साबिक ख़तीब मौलाना अब्दुल अज़ीज़ ने लाल मस्जिद पर कब्ज़ा कर लिया है और उसका कहना है कि उसे इस मस्जिद का इमाम बनाया जाए. गैर मुल्की मडिया के मुताबिक़ उसके तीन मुतालबात हैं जिनमें से उसकी एक मांग यह भी है कि कश्मीर को लेकर जिहाद शुरू किया जाए. बता दें कि मौलाना अज़ीज़ ने 2014 में पेशावर आर्मी पब्लिक स्कूल में हुए हमले में 132 बच्चों को मारने वाले दहशतगर्दों की हिमायत की थी.

मौलाना का कहना है कि इस मस्जिद के लिए उसके भाई और वालिद ने कुर्बानियां दी हैं और हुकूमत उन को यहां से बे-दख़ल नहीं कर सकती, कुछ दीगर मसाजिद ऐसी हैं कि जहाँ ख़तीब रिटायरड हुए हैं लेकिन उसके बावजूद नए ख़तीब की तकर्रुरी नहीं की गई है. उसका कहना है कि इस मस्जिद के इंतेज़ाम को उससे बेहतर कोई और नहीं चला सकता.

बताया यह भी जा रहा है कि मौलाना के साथ मस्जिद में जामिया हफ्सा मदरसे की 100 से भी ज्यादा तालिबात मौजूद हैं जोकि मौलाना की हिमायत कर रही हैं. इस वारदात के बाद से ही इस्लामाबाद की मस्जिद के आस-पास में कशीदगी फैली हुई है और मस्जिद के इर्द-गिर्द बड़ी तादाद में सिक्योरिटी फोर्सेज़ को तैनात कर मौलाना को बाहर निकालने की कोशिश की जा रही है.

पाकिस्तान के अखबार 'डॉन' की रिपोर्ट के मुताबिक मस्जिद में फिलहाल कोई इमाम या नायब इमाम नहीं थे. जिसका फायदा उठाकर अज़ीज़ दो हफ्ते क़बल मस्जिद में दाख़िल हो गया इंतेज़ामिया को इस बारे में बताया भी गया लेकिन फौरी तौर पर कोई भी कार्रवाई नहीं हुई और अब नतीजा यह हुआ है कि वह सौ तालिबा के साथ मस्जिद के एक बड़े हिस्से को बंद करके बैठे हुए हैं और बाहर सिक्योरिटी कारकून मस्जिद की घेराबंदी किए हुए हैं.

अफसरों ने मौलाना से बात-चीत करनी भी चाही लेकिन मौलाना का कहना है कि वो फैडरल मिनिस्टर से कम ओहदे के किसी भी शख्स से बात नहीं करेगा. मौलाना ने डॉन को फोन पर बताया कि अफसरों ने जामिया हफ्सा की जगह ख़ाली करने के लिए कहा है और ऐसा नहीं करने पर कार्रवाई की धमकी दी है. खाने-पीने के समान की सप्लाई भी रोक दी है लेकिन, हम इस्लाम के लिए डटे रहेंगे. यह लोग मुल्क में शरीयत को नाफिज़ नहीं कर रहे हैं." मौलाना के इस बयान पर हुकूमत का कहना है कि उस पर ग़ैर क़ानूनी कब्ज़ा किया गया था, यह जगह कुदरती पानी को ज़रिया थी लेकिन यहां मदरसा बना दिया गया.

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