नई दिल्ली: अमेरिका में हुए 9/11 हमलों को लेकर तालिबान का बड़ा बयान सामने आया है. अमेरिका में 9 सितंबर 2001 में हुए हमलों में ओसामा बिन लादेन के शामिल होने को लेकर तालिबान ने कहा है कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि ओसामा बिन लादेन 9/11 के हमलों में शामिल था. उसने आगे कहा कि 20 साल की जंग के बाद भी कोई सबूत मौजूद नहीं है.


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तालिबान के तरजुमान जबीहुल्लाह मुजाहिद ने एनबीसी से बात करते हुए कहा कि इस जंग का कोई औचित्य नहीं था, इसे अमेरिकियों के ज़रिए जंग के बहाने के तौर पर इस्तेमाल किया गया था. जब लादेन अमेरिकियों के लिए मुसीबत बना, तो वह अफगानिस्तान में था. लेकिन उसकी उस हमले में शामिल होने का कोई सबूत नहीं था. तालिबान तरजुमान जबीहुल्लाह ने आगे कहा कि हमने अब वादा किया है कि किसी भी देश के खिलाफ अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल नहीं होने दिया जाएगा.


जबीहुल्लाह मुजाहिद से पूछा गया कि क्या तालिबान गारंटी दे सकता है कि अफगानिस्तान अल-कायदा (Al Qaeda) जैसे आतंकवादी संगठनों का फिर से मेजबान नहीं बनेगा, जिसने 9/11 के हमलों को अंजाम दिया? तालिबान के तरजुमान ने कहा कि हमने बार-बार वादे किए हैं कि अफगानिस्तान की धरती पर आतंकवाद को महफूज पनाह नहीं मिलेगी.


क्या 9/11 हमला
11 सितंबर 2001 को अमेरिका में हुए हमलों ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया था. अमेरिका में हुए इन हमलों के लिए अल कायदा के 19 आतंकियों ने चार विमान हाइजैक किए थे. दो विमानों को वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के टॉवर्स में टकरा दिया, जबकि तीसरे विमान से पेंटागन पर हमला किया गया. इस हमले में अमेरिका का वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पूरी तरह से तबाह हो गया था. साथ ही 3 हजार के करीब लोगों की मौत हो गई थी और 6 हजार के करीब लोग जख्मी हुए थे. साल 2001 में अमेरिका के राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश थे.


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