नई दिल्ली: कोरोना की वायरस की वजह से आम लोगों के बंद पड़े मस्जिद अल हरम के दरवाज़े उमरे के लिए एक बार फिर खोल दिए गए हैं. सऊदी अरब हुकूमत  ने आज से मकामी शहरियों और वहां पर रहने वाले गैर मुल्कियों को उमरे की इजाज़त दे दी है. इसके सऊदी अरब हुकूमत ने एक खास ऐप बनाई है. एस ऐफ के ज़रिए ऑनलाइन इजाज़त नामा हासिल करने के बाद उमरे के लिए जाया जा सकता है. 


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उमरे के लिए जाने वाले हर शख्स को हुकूमत के ज़रिए जारी की गईं गाइडलाइंस पर अमल करना होगा. पहले मरहले में रोज़ाना करीब 6 हज़ार ज़ायरीन को इजाज़त दी गई है. वहीं 18 अक्टूबर से रोज़ाना 15 हज़ार उमरा ज़ायरीन और 40 हज़ार अफराद मस्जिद अल हरम में नमाज़ अदा कर सकेंगे. 


सऊदी हुकूमत की जानिब से जारी की गई गाइडलाइंस में कहा गया है कि एक बार उमरा करने के लिए दूसरा उमरा करने के लिए 14 दिन का लाज़मी वक्फा लेना होगा.


बता दें कि सऊदी अरब में अब तक 3 लाख से ज्यादा कोरोना मरीज़ पाए गए हैं जबकि 4850 मौतें हो चुकी हैं. कोरोना के चलते ही इस साल सऊदी में रहने वाले केवल एक हजार लोगों को ही हज की इजाजत दी गई थी.


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