सऊदी अरब में औरतों को मिला खास अधिकार, अब इस बात के लिए खुद ले सकेंगी फैसले, जानें क्या
Advertisement

सऊदी अरब में औरतों को मिला खास अधिकार, अब इस बात के लिए खुद ले सकेंगी फैसले, जानें क्या

औरतों की आजादी को लेकर तंगदिल सऊदी अरब गुजिश्ता कुछ सालों से अपना उदारवादी छवि दुनिया के सामने पेश कर रहा है. सरकार ने शरिया कानून के अनुच्छेद संख्या 169 के तहत पैराग्राफ बी को खत्म कर दिया है. नए कानून के तहत अब एक महिला अपने पिता, भाई या पति के साथ रहने के लिए बाध्य नहीं होगी. 

 

अलामती तस्वीर

रियादः शरिया कानून और अपने कट्टर छवि को लेकर दुनिया भर में आलोचना झेलने वाला मुल्क सऊदी अरब इन दिनों संक्रमणकाल के दौर से गुजर रहा है. प्रिंस सलमान के सत्ता संभालने के बाद से सऊदी अरब में जिस तरह सुधारवादी कदम उठाए जा रहे, बहुत जल्द सऊदी के शासक प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान सऊदी अरब के मुस्तफा कमाल पाशा साबित होंगे.  औरतों की आजादी को लेकर तंगदिल सऊदी अरब गुजिश्ता कुछ सालों से अपना उदारवादी छवि दुनिया के सामने पेश कर रहा है. वह मुसलसल औरतों के अधिकारों में इजाफा कर उनपर लगी पाबंदियों में ढील दे रहा है. कुछ साल पहले सऊदी अरब ने महिलाओं को कार चलाने की आजादी दी थी, जिसकी वहज से दुनिया भर में प्रिंस सलमान की तारीफ की गई थी. सऊदी अरब ने अब एक नया कानून बनाकर औरतों को अकेले रहने की आजादी दे दी है। अब एक महिला अपने पिता, भाई या पति के साथ रहने के लिए बाध्य नहीं होगी. 

इसे भी पढ़ें: अफगानिस्तान: महज़ 24 घंटे में मारे गए 111 तालिबानी आतंकवादी

बिना महरम के अकेले रह सकती हैं औरतें 
गल्फ न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मुल्क के न्यायिक अधिकारियों ने शरिया कानून के अनुच्छेद संख्या 169 के तहत पैराग्राफ बी को खत्म कर दिया है, जिसमें कहा गया था कि एक बालिग अकेली, तलाकशुदा या विधवा महिला को उसके पुरुष अभिभावक के हवाले रहना होगा. सऊदी किंगडन ने शरिया कानून को खत्म करते हुए महिलाओं को नया अधिकार दिया है। इसमें कहा गया है कि एक महिला अपनी मर्जी के मुताबिक जहां मर्जी हो वहां रह सकती हैं और ऐसा करना उनका हक है। 

यह भी देखिए: अंजलि राघव ने 'डीजे पे नाचूंगी' गाने पर किया डांस, ब्लैक ड्रेस में ढा रही हैं कहर, देखिए VIDEO

लड़की के खिलाफ दर्ज नहीं होगा मुकदमा 
नये कानून में कहा गया है कि अगर किसी की बेटी ने अपनी जिंदगी अलग बिताने का फैसला लिया है तो कोई परिवार अपनी बेटी के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं करा सकते हैं. अब अगर कोई पिता या भाई परिवार की बेटी के खिलाफ कोर्ट में इस तरह की मुकदमा दायर करता है तो उसे खारिज कर दिया जाएगा और कोर्ट उसपर कोई एक्शन नहीं लेगा। नए कानून को सऊदी अरब सरकार का ऐतिहासिक फैसला माना जा रहा है. उम्मीद की जा रही है कि इससे मुल्क में महिलाओं की हालत में सुधार आएगा.

यह भी देखिए: देखिए बजरंगी भाई जान की 'मुन्नी' का खूबसूरत डांस, 'बंदूक' की अदाओं से किया 'घायल'

विजन-2030 पर काम कर रहे हैं प्रिंस सलमान
गौरतलब है कि मोहम्मद बिन सलमान विजन-2030 के तहत मुसलसल सामाजिक और कानूनी सुधारों को सऊदी अरब में लागू कर रहे हैं। वह औरतों की आजादी को लेकर खास तौर पर प्रतिबद्ध दिखाई दे रहे हैं. कुछ साल पहले उन्होंने कानून बनाकर औरतों को कार चलाने की आजादी दी थी. सलमान सऊदी अरब में सिनेमा हॉल भी खोलवा चुके हैं, जहां औरत और मर्द एक साथ बैठकर फिल्में देख सकते हैं. सलमान के इस सुधारवादी कदमों की मुस्लिम मुल्कों में आलोचना भी की गई थी, लेकिन सलमान फिलहाल पीछे हटते नजर नहीं आ रही है.   

Zee Salaam Live Tv 

Trending news