NDA से निकाले गए, डिप्रेशन से भी लड़े, पर नहीं मानी हार और UPSC क्रैक कर बन गए IAS
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NDA से निकाले गए, डिप्रेशन से भी लड़े, पर नहीं मानी हार और UPSC क्रैक कर बन गए IAS

IAS Manuj Jindal: आईएएस मनुज जिंदल ने अपनी ट्रेनिंग के दौरान पहले कार्यकाल में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया था. लेकिन, दूसरे कार्यकाल में वे एंग्जायटी और डिप्रेशन के शिकार हो गए. उनकी बिगड़ती हालत के कारण, एकेडमी ने उन्हें करिकुलम से अयोग्य घोषित कर दिया था.

NDA से निकाले गए, डिप्रेशन से भी लड़े, पर नहीं मानी हार और UPSC क्रैक कर बन गए IAS

IAS Manuj Jindal UPSC Success Story: यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा को क्रैक करना निश्चित रूप से एक कठिन कार्य है. यूपीएससी सीएसई के लिए हर साल लाखों उम्मीदवार आवेदन करते हैं, लेकिन लगभग 1,000 उम्मीदवार ही आईएएस (IAS), आईपीएस (IPS), आईएफएस (IFS) और अन्य सिविल सेवक बनने के लिए इस हाई-प्रोफाइल परीक्षा को पास कर पाते हैं. ऐसे ही एक शख्स हैं आईएएस मनुज जिंदल, जिन्होंने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में ऑल इंडिया 53वीं रैंक हासिल कर परीक्षा उत्तीर्ण की थी. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आईएएस मनुज जिंदल कौन हैं?

NDA की परीक्षा में हासिल की थी ऑल इंडिया 18वीं रैंक
मनुज जिंदल महाराष्ट्र कैडर के 2017 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. वह एक पूर्व-एनडीए कैडेट (NDA Cadet) भी हैं, जहां उन्होंने यूपीएससी एनडीए परीक्षा में ऑल इंडिया 18वीं रैंक हासिल की थी. आईएएस मनुज जिंदल गाजियाबाद के रहने वाले हैं. शुरुआती पढ़ाई के बाद वह देहरादून के एक स्कूल में पढ़ने चले गए थे. अपनी स्कूली शिक्षा के बाद, उन्होंने 18 साल की उम्र में एनडीए क्रैक किया था.

नेशनल डिफेंस एकेडमी से किए गए बाहर
उन्होंने अपनी ट्रेनिंग के दौरान पहले कार्यकाल में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया था. लेकिन, दूसरे कार्यकाल में वे एंग्जायटी और डिप्रेशन के शिकार हो गए. उनकी बिगड़ती हालत के कारण, अकादमी ने उन्हें पाठ्यक्रम से अयोग्य घोषित करने का निर्णय लिया.

सिविल सेवा परीक्षा देने का किया फैसला
इसके बाद उन्होंने विदेश जाकर पढ़ाई करने का फैसला किया और वर्जीनिया यूनिवर्सिटी से अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की. उन्हें बार्कलेज से एक प्रस्ताव मिला, जहां उन्होंने अच्छी सैलरी पैकेज पर तीन साल तक काम किया. बाद में, उन्होंने भारत आने का फैसला किया जहां उनके छोटे भाई यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे थे. मनुज ने भी परीक्षा की तैयारी करने का फैसला किया और 2014 में परीक्षा में शामिल हुए. उन्होंने पहले दो चरणों - प्रीलिम्स और मेन - को पास कर लिया, लेकिन फाइनल लिस्ट में जगह नहीं बना सके.

यूपीएससी आंसर राइटिंग पर लिखी है यह किताब
हालांकि, अपने दूसरे प्रयास में उन्होंने परीक्षा पास कर ली लेकिन वे फाइनल रिजल्ट की रिसर्व लिस्ट में थे. लेकिन अपने तीसरे प्रयास में उन्होंने आखिरकार 2017 में परीक्षा पास कर ली और ऑल इंडिया 53वीं रैंक हासिल की. उन्होंने यूपीएससी आंसर राइटिंग पर एक किताब लिखी है जिसका नाम 'एसिंग द आर्ट ऑफ आंसर राइटिंग' है. बता दें कि IAS मनुज एक YouTube चैनल भी चलाते हैं जिसमें वे लोगों को मार्गदर्शन प्रदान करते हैं और छात्रों को UPSC की तैयारी के बारे में बताते हैं.

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