Bharat Singh Kushwaha: भरत सिंह कुशवाह ने मेहनत से बनाई पहचान, क्या ग्वालियर में खिला पाएंगे कमल; जानें सोशल स्कोर
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Bharat Singh Kushwaha: भरत सिंह कुशवाह ने मेहनत से बनाई पहचान, क्या ग्वालियर में खिला पाएंगे कमल; जानें सोशल स्कोर

Bharat Singh Kushwaha Gwalior: ग्वालियर में बीजेपी नेता भरत सिंह कुशवाह ने अपनी मेहनत से राजनीतिक जगत में पहचान बनाई है. अब पार्टी ने उन्हें लोकसभा चुनाव में मैदान में उतारा है. क्या वे पार्टी के भरोसे पर खरा उतर पाएंगे. 

Bharat Singh Kushwaha: भरत सिंह कुशवाह ने मेहनत से बनाई पहचान, क्या ग्वालियर में खिला पाएंगे कमल; जानें सोशल स्कोर

Lok Sabha Chunav 2024: भरत सिंह कुशवाह मध्य प्रदेश में बीजेपी के बड़े नेता हैं. वे ग्वालियर ग्रामीण असेंबली सीट से विधायक रहे. तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह चौहान की सरकार में वे स्वतंत्र प्रभार के राज्य मंत्री बनाए गए थे. उन्हें सीएम चौहान ने बागवानी और खाद्य प्रसंस्करण विभाग सौंपा था. इसके बाद से उनका राजनीतिक कद बढ़ता ही रहा और अब वे बीजेपी टिकट पर ग्वालियर लोकसभा सीट से मैदान में हैं.

मेहनत करते हुए ऊपर तक पहुंचे

भरत सिंह कुशवाह का जन्म जन्म 4 सितंबर 1970 को ग्वालियर में हुआ था. वे हाई स्कूल तक पढ़े-लिखे हैं. उनका मुख्य पेशा खेतीबाड़ी रहा है. राजनीति में मन होने के बाद उन्होंने बीजेपी जॉइन की. इसके बाद उन्होंने पार्टी में विभिन्न पदों पर काम किया. धीरे- धीरे मेहनत करते हुए वे पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की नजर में आ गए.

पहली बार 2018 में हासिल की जीत

पार्टी में उन्हें पहला मौका वर्ष 2018 में मिला, जब उन्हें ग्वालियर ग्रामीण सीट से प्रत्याशी बनाया गया था. इस चुनाव में उनके मुकाबले कांग्रेस ने मदन कुशवाह और बीएसपी ने साहब सिंह गुर्जर को उम्मीदवार बनाया था. इस त्रिकोणीय संघर्ष में भरत सिंह कुशवाह ग्वालियर ग्रामीण सीट पर कमल खिलाने में कामयाब रहे थे. यह उनकी राजनीतिक चुनाव में पहली जीत थी. इस जीत ने उनका पार्टी में कद बढ़ा दिया. हालांकि वर्ष 2023 में हुए असेंबली चुनाव में उन्हें हार झेलनी पड़ी थी. 

जिंदगी का पहला लोकसभा चुनाव 

अब बीजेपी ने उन्हें ग्वालियर लोकसभा सीट भरत सिंह कुशवाह को उतारकर बड़ा दांव खेला है. पार्टी कार्यकर्ता इस सीट पर ज्योतिरादित्य सिंधिया या उनके किसी करीबी के खड़े होने की संभावना जता रहे थे लेकिन पार्टी ने अपने पुराने समर्पित कार्यकर्ता भरत सिंह कुशवाह पर भरोसा जताना पसंद किया. यह कुशवाह का पहला लोकसभा चुनाव है. अगर वे इस चुनाव में जीत जाते हैं तो केंद्रीय राजनीति में आगे बढ़ने का रास्ता खुल जाएगा. वहीं हार होने पर इसका उल्टा भी हो सकता है. 

डिस्क्लेमर: लीडर्स सोशल स्कोर (LSS) मशीन लर्निंग पर आधारित है. फेसबुक, इंस्टाग्राम, एक्स और यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से जुड़े 55 से ज्यादा पैरामीटर्स के आधार पर इसे निकाला गया है. 

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