Bollywood Remake: नहीं चाहिए रीमेक, हिंदी के दर्शकों ने कर दिया साफ, क्या सेल्फी को करेंगे माफॽ
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Bollywood Remake: नहीं चाहिए रीमेक, हिंदी के दर्शकों ने कर दिया साफ, क्या सेल्फी को करेंगे माफॽ

Selfiee: साउथ की जो रीमेक बॉलीवुड बना रहा है, वे नहीं चल रहीं. बॉलीवुड अब भी ओरीजनल कंटेंट नहीं तलाश रहा. शहजादा का बॉक्स ऑफिस हाल खस्ता है और अगले हफ्ते अक्षय कुमार-इमरान हाशमी भी मलयालम की हिंदी रीमेक ला रहे हैं. इसके बाद अजय देवगन की भोला आएगी. रीमेक फिल्मों के लिए ये निर्णायक दिन हैं.

 

Bollywood Remake: नहीं चाहिए रीमेक, हिंदी के दर्शकों ने कर दिया साफ, क्या सेल्फी को करेंगे माफॽ

Aksahy Kumar Film: तेलुगु की अला वैकुंठपुरमुला का बॉक्स ऑफिस परफॉरमेंस देख कर साफ हो गया है कि कोरोना के बाद साउथ की हिंदी रीमेक फिल्मों के लिए आगे रास्ता कठिन है. कार्तिक आर्यन का जो स्टारडम पिछले साल नगाड़े की तरह बज रहा था, दो दिन में वह फीका पड़ता दिख रहा है. ढेर सारे प्रमोशन के बाद भी उनके लिए यह पूरा हफ्ता कठिन गुजरने वाला है. वैसे पिछले साल के बॉक्स ऑफिस को भी देख लें तो दृश्यम 2 के अलावा बाकी रीमेक फिल्मों का हाल बुरा था. अजय देवगन की इस फिल्म में ब्रांड वैल्यू थी, इसी ने दृश्यम 2 को काफी हद तक बचा लिया. नए हफ्ते में 24 तारीख को अक्षय कुमार की बॉक्स ऑफिस पर कड़ी परीक्षा है. वह मलयालम फिल्म ड्राइविंग लाइसेंस की रीमेक ला रहे हैं, सेल्फी. क्या दर्शक इस फिल्म देखने जाएंगेॽ फिलहाल तो जैसा प्रमोशन चल रहा है, उसे देखते हुए फिल्म का कोई क्रेज नजर नहीं आ रहा है. शहजादा के नतीजे सेल्फी के मेकर्स के लिए अच्छी खबर नहीं हैं.

गायब हुए दर्शक
पिछले साल ऋतिक रोशन को विक्रम वेधा और उनके पहले शाहिद कपूर को जर्सी में लोगों ने नकार दिया था. दोनों साउथ की रीमेक थीं. डेढ़ साल पहले सुनील शेट्टी के बेटे ने भी साउथ की रीमेक तड़प में डेब्यू किया था और यह खराब शुरुआत साबित हुई. ट्रेड के जानकारों के अनुसार जर्सी, विक्रम वेधा और शहजादा जैसी सितारों वाली को मैट्रो में भले ही थोड़े दर्शक मिल जाते हैं, लेकिन बी और सी सेंटरों में दर्शक रीमेक फिल्मों से कट गए हैं. वहां मूल फिल्म का डब संस्करण विभिन्न प्लेटफार्मों पर पहले ही देख लिया जाता है. शहजादा का भी बी और सी टायर शहरों में बहुत कम कलेक्शन हुआ. जबकि उनके लिए क्रेज इन शहरों में ज्यादा दिखता है. खुद उनके शहर ग्वालियर में सुबह का शो ही दर्शक न आने से रद्द करना पड़ा.

डब वर्जन का संकट
सिर्फ साउथ ही नहीं, पिछले साल हॉलीवुड की आमिर खान स्टारर रीमेक लाल सिंह चड्ढा को भी दर्शकों ने नकार दिया. लाखों दर्शक पहले ही ओरीजनल फिल्म देख चुके थे. यह साफ है कि रीमेक फिल्मों के लिए हिंदी पट्टी में रास्ते बंद हो चुके हैं क्योंकि फिल्में डब होकर तमाम ओटीटी प्लेटफॉर्मों पर आ रही हैं. यह जरूर है कि बीच-बीच में कुछ अपवाद सामने आ जाएं. जैसे कुछ लोग फिलहाल अजय देवगन की भोला से उम्मीद कर रहे हैं. फिल्म अगले महीने रिलीज होगी. लेकिन समस्या यह है कि भोला जिस फिल्म कैथी का हिंदी रीमेक है, उसका हिंदी डब वर्जन लंबे समय से यूट्यूब पर मौजूद है. जब लोग डब वर्जन देख चुके हैं, वे रीमेक क्यों देखने जाएंगे. शहजादा के साथ भी यही हादसा हुआ है.

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