Lok Sabha Chunav 2024 Begusarai Ground Report: एयरपोर्ट और दिनकर यूनिवर्सिटी की डिमांड, प्रत्याशी क्या कर रहे दावे?
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Lok Sabha Chunav 2024 Begusarai Ground Report: एयरपोर्ट और दिनकर यूनिवर्सिटी की डिमांड, प्रत्याशी क्या कर रहे दावे?

Begusarai Lok Sabha Seat: एनडीए के समर्थन में अधिकांश लोग दिखाई दे रहे हैं और उनका कहना है कि स्थानीय स्तर पर भी विकास हुआ है. प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश ने कई आयाम को प्राप्त किया है. हालांकि, एनडीए के समर्थन में आए लोगों में भी कुछ नाराजगी है और उनका कहना है कि जिस अनुकूल में बेगूसराय का विकास होना चाहिए था. वह नहीं हो सका है. 

बेगूसराय की ग्राउंड रिपोर्ट

Begusarai Lok Sabha Seat: जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव को लेकर आमजन में चर्चा को लेकर बाजार गर्म है. शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक में अब लोग चुनावी चर्चा करते देखे जा रहे हैं. भले ही लोग किसी पार्टी से नहीं हो, लेकिन हर एक मतदाता किसी न किसी विचारधारा से जुड़ाव रखता है. इसको लेकर बाद विवाद और तीखी प्रतिक्रियाओं का दौड़ भी तेज हो चुका है. बेगूसराय जिले के बखरी विधानसभा क्षेत्र में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है. जहां बाजार से लेकर मोहल्लों तक में लोग अब चुनावी चर्चाओं में जुड़ रहे हैं. बताया जा रहा है कि इस बार भी लोग अपना मतदान विकास के मुद्दों को लेकर ही करेंगे.

वहीं, एक तरफ जहां कुछ लोग गिरिराज सिंह के समर्थन में मतदान की बात कर रहे हैं तो कुछ लोग महागठबंधन के प्रत्याशी अवधेश राय को जमीन से जुड़ा हुआ नेता बता रहे हैं. मतदान करने की बात कर रहे हैं. एक तरफ जहां महागठबंधन के समर्थित मतदाताओं का कहना है कि गिरिराज सिंह और वर्तमान सरकार की तरफ से सिर्फ जुमलेबाजी की गई है. विकास के कोई काम नहीं किए गए हैं. वहीं, एनडीए के समर्थन में अधिकांश लोग दिखाई दे रहे हैं और उनका कहना है कि स्थानीय स्तर पर भी विकास हुआ है. प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश ने कई आयाम को प्राप्त किया है. हालांकि, एनडीए के समर्थन में आए लोगों में भी कुछ नाराजगी है और उनका कहना है कि जिस अनुकूल में बेगूसराय का विकास होना चाहिए था. वह नहीं हो सका है. 

उन्होंने उम्मीद जताई है कि अगले 5 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बेगूसराय ही नहीं पूरे भारत का विकास होगा. इस दौरान लोगों ने बताया है कि इस बार का मुद्दा विकास रहेगा और विकास के नाम पर ही लोग अपना मत का प्रयोग करेंगे. खास करके बेगूसराय में दिनकर विश्वविद्यालय मेडिकल कॉलेज एयरपोर्ट जैसे मुद्दा लोगों ने रखा है. 

लोगों ने बताया है कि बेगूसराय में हवाई अड्डा बरसों से लोगों के द्वारा मांग किया जा रहा है अभी तक इस पर कोई जनप्रतिनिधि ध्यान नहीं दिया है. उन्होंने यह भी बताया कि बेगूसराय में दिनकर विश्वविद्यालय और मेडिकल कॉलेज को लेकर भी लगातार यहां के स्थानीय लोग आंदोलन किया, लेकिन इसके बावजूद भी कोई भी व्यक्ति इस पर ध्यान नहीं दिया गया है. जिसके कारण यहां के छात्र-छात्राओं दिल्ली, मुंबई, कोटा जैसे शहर में पढ़ाई करने के लिए जाते हैं. अगर बेगूसराय में दिनकर विश्वविद्यालय-मेडिकल कॉलेज का स्थापना होगा तो यहां के लोगों के लिए खुशखबरी होगा. 

उन्होंने बताया है कि इस बार का मुद्दा विकास रहेगा और अपने जनप्रतिनिधि से विकास की गारंटी मांगते हैं जो विकास की गारंटी देंगे उसी को अपना मत का प्रयोग करेंगे. बेरोजगार को इस जगह रोजगार नहीं मिल पा रहा है. स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी सारी सुविधा गायब है. सड़क गड्ढा में तब्दील है शिक्षा के लिए भी कुछ नहीं है. इनकी मांगे है कि केंद्र हो या राज्य सरकार बेगूसराय को एक दिनकर विश्वविद्यालय मेडिकल कॉलेज हवाई अड्डा की स्थापना तक नहीं कर पाई. जबकि इसकी मांग लंबे समय से चल रही है. 

लोगों की शिकायत है कि वर्तमान के सांसद इस गांव में झांकने तक नहीं आए. ऐसे में उनसे विकास की क्या अपेक्षा की जाएगी. कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि यहां के लोग अपने-अपने मुद्दे और अपने-अपने सोच के हिसाब से मतदान करेंगे, ताकि इलाके का भला हो पाए. बता दें कि एनडीए की ओर से केंद्रीय मंत्री सह बेगूसराय के सांसद गिरिराज सिंह को प्रत्याशी बनाया गया है. वहीं, महागठबंधन की ओर से अवधेश राय को प्रत्याशी बनाए गए है. 

दरअसल, बेगूसराय में लोकसभा चुनाव चौथे चरण में होने वाला है. बेगूसराय लोकसभा क्षेत्र के तहत कुल 7 विधानसभा सीटें आती हैं. इनमें चेरिया बरियारपुर, बछवाड़ा, तेघड़ा, मटिहानी, साहेबपुर कमाल, बेगूसराय और बखरी विधानसभा सीटें शामिल हैं. परिसीमन के बाद साल 2009 में बेगूसराय लोकसभा सीट वजूद में आईं. हालांकि इस क्षेत्र को कांग्रेस और कम्यूनिस्ट पार्टी का गढ़ कहा जाता रहा है, लेकिन अब पिछले दस सालों से यहां पर भारतीय जनता पार्टी के सांसद चुनकर संसद जा रहे हैं. यहां के कुल मतदाताओं की संख्या करीब 18 लाख है.

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इस क्षेत्र की आबादी मुख्य रूप से खेती-किसान और पशुपालन जैसे कामों पर निर्भर करती है. इसके अलावा यहां पर उद्योगों को स्थापित करने का मुद्दा भी चुनावों में बना रहता है. बेगूसराय लोकसभा सीट की बात करें तो यहां सातवें चरण के तहत 30 अप्रैल 2014 को मतदान हुआ था. इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने जहां डॉ. भोला सिंह को उम्मीदवार बनाया था. वहीं, राजद के प्रत्याशी मोहम्मद तनवीर हसन उनको टक्कर देने की पूरी तैयारी में थे. मतदान के बाद 16 मई को जब मतगणना हुई तो भाजपा के प्रत्याशी डॉ. भोला सिंह को 428227 वोट मिले, जबकि उनके प्रतिद्वंदी राजद प्रत्याशी मोहम्मद तनवीर हसन को 369892 वोट मिले. इस तरह से साल 2014 के लोकसभा चुनाव में बेगूसराय की जनता ने डॉ. भोला सिंह को चुनकर संसद भेजा. 

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बेगूसराय लोकसभा क्षेत्र की बात करें तो यहां पर उद्योग के नाम पर कुछ गिने-चुने कारोबार हैं. इसके अलावा यहां के लोग मुख्य रूप से खेती और पशुपालन करते हैं. वहीं, 2009 में परिसीमन के बाद जहां पहली बार इस सीट पर जदयू से मोनाजिर हसन चुनकर संसद गए. 2014 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी डॉ. भोला सिंह को जीत मिली. इसके अलावा 2019 के लोकसभा चुनाव में भी भाजपा के प्रत्याशी गिरिराज सिंह ने यहां पर जीत दर्ज की. उन्होंने कन्हैया कुमार को हराया था.

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