गिट्टी फोड़ कर जीवन यापन कर रहे आदिवासी समुदाय लोग, सरकारी योजनाओं का नहीं मिल रहा लाभ
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गिट्टी फोड़ कर जीवन यापन कर रहे आदिवासी समुदाय लोग, सरकारी योजनाओं का नहीं मिल रहा लाभ

Bihar News: आदिवासी समुदाय के लोग आज भी जंगल और पहाड़ पर आश्रित है. पत्थर फोड़ कर अपने जीवन यापन कर रहे हैं युवा पीढ़ी आदिवासी समुदाय के लोग आजादी के अमृत महोत्सव में भी अपने परिवार की दो वक्त की रोटी की तलाश में सुबह-सुबह जंगल की ओर निकल पड़ते हैं.

गिट्टी फोड़ कर जीवन यापन कर रहे आदिवासी समुदाय लोग, सरकारी योजनाओं का नहीं मिल रहा लाभ

जमुई : जमुई जिले में आदिवासी समाज के लोगों की उत्थान के लिए सरकार भले ही विभिन्न प्रकार की योजनाएं चला रहे है, लेकिन उन सभी योजना सरकारी बाबू के फाइलों में सिमट कर रह जा रही है. जिससे की आज तक उन योजनाओं का लाभ आदिवासी समुदाय के लोगों तक नहीं पहुंच पा रहा है. जिस कारण बरहट प्रखंड के कझियाजोर गांव अंतर्गत रहने वाले महादलित और आदिवासी समुदाय के लोग आज भी विकास से कोसों दूर हैं और इन लोगों के हालात आज भी जस की तस बनी हुई है.

बता दें कि आदिवासी समुदाय के लोग आज भी जंगल और पहाड़ पर आश्रित है. पत्थर फोड़ कर अपने जीवन यापन कर रहे हैं युवा पीढ़ी आदिवासी समुदाय के लोग आजादी के अमृत महोत्सव में भी अपने परिवार की दो वक्त की रोटी की तलाश में सुबह-सुबह जंगल की ओर निकल पड़ते हैं. जंगल से पत्थर लाकर फोडने की वाद गिट्टी बालू के करोवारीयों के पास ले जाकर बेचते हैं और उससे जो पैसा मिलता है उससे अपने परिवार के दो वक्त की रोटी का जुगाड़ कर गुजर बसर कर रहे हैं. इसके अलावा ये लोग लड़की, दातुन बेच कर भी गुजारा करते हैं. प्रखंड के अधिकांस आदिवासी समाज के लोग अपना पूरा समय इसी कार्य में लगा देते हैं. इस कार्य में उनका पूरा परिवार हाथ बंटाता है. महादलित और आदिवासी समाज के लोगों ने बताया कि सरकार के द्वारा कई योजना चलाई जा रही है जो हम लोगों तक नहीं पहुंच रही है. हम लोग किस तरह से 21वीं सदी में भी गर्मी और धूप से बचने के लिए तार के पत्ते को ऊपर रखकर नीचे पत्थर तोड़ रहे और वही पत्थर तोड़कर उसे बाजार में बेचते हैं. 

वहीं आदिवासी समुदाय के लोगों की रोजगार व आय सिर्जन के साथ समग्र विकास के लिए पंचवर्षीय विजन योजना के तहत सरकार विशेष रूप से कमजोर आदिवासी लोगों के विकास के लिए (पीबीजीटी ) योजना , विशेष केंद्रीय सहायता योजना, छात्र -छात्राओं के लिए प्री मैट्रिक व पोस्ट मैट्रिक योजना विदेश में पढ़ने के लिए राष्ट्रीय प्रवासी योजना चला रहे हैं. इन सभी योजनाएं सरकारी बाबू के फाइलों में सिमट कर दम तोड़ रही है. जिस कारण आदिवासी समाज के लोग आज भी पत्थर और लकड़ी बेचकर अपनी जीवन यापन करने को मजबूर है. इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी एसके पांडेय का कहना है कि आदिवासी समुदाय के लोगों के उत्थान के लिए सरकार संकल्पित है. गांव में रोजगार मुहैया कराने के लिए मनरेगा योजना के तहत सड़क निर्माण कराया जा रहा है तथा जो भी सरकार के द्वारा चलाई जा रहा है कल्याणकारी योजना का लाभ दिया जाएगा.

इनपुट- अभिषेक कुमार

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