Lakhisarai Firing: लखीसराय गोलीकांड में 7 दिन बाद भी आरोपी का सुराग नहीं, पुलिस की कार्यशैली पर उठे सवाल
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Lakhisarai Firing: लखीसराय गोलीकांड में 7 दिन बाद भी आरोपी का सुराग नहीं, पुलिस की कार्यशैली पर उठे सवाल

Lakhisarai Firing Case: 20 नवंबर की सुबह-सुबह सिरफिरे आशीष चौधरी द्वारा एक परिवार पर अंधाधुंध फायरिंग की गई थी. इस गोलीकांड में तीन लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि तीन अन्य लोग पीएमसीएच में जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं.

लखीसराय गोलीकांड
Lakhisarai Firing Case: लखीसराय में हुए गोली कांड में 7 दिन बीत चुके हैं, लेकिन आरोपी आशीष चौधरी का पुलिस अभी तक कोई सुराग हासिल नहीं कर सकी है. इससे अब पुलिस की कार्यशैली पर ही सवाल उठ रहे हैं. पीड़ित परिजनों को विधायक से लेकर सांसद तक सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है. वहीं पुलिस अभी भी प्रेम-प्रसंग और जमीन विवाद की थ्योरी में उलझी हुई है. पुलिस द्वारा कार्रवाई के नाम पर आरोपी आशीष चौधरी पर 50 हजार रुपये का ईनाम घोषित किया गया है. उधर परिजनों को रो-रोकर का बुरा हाल है.
 

बता दें कि बीते 20 नवंबर को छठ पूजा के अंतिम दिन सुबह-सुबह सिरफिरे आशीष चौधरी द्वारा एक परिवार पर अंधाधुंध फायरिंग की गई. इस नरसंहार में तीन लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि तीन अन्य लोग पीएमसीएच में जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं. घटना के सात दिन बीत जान के बाद भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने से पीड़ित परिवार डरा-सहमा हुआ है. इसके साथ ही परिजन आरोपी आशीष चौधरी को संरक्षित देने वाले जेडीयू नेता सह नगर परिषद लखीसराय के सभापति अरविंद पासवान की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं.
 
 
इस गोलीकांड में पुलिस हर रोज नए-नए खुलासे कर रही है. पहले पुलिस ने 'एकतरफा प्यार' वाली थ्योरी सामने रखी, फिर 'पति-पत्नी और वो' वाली स्क्रिप्ट सामने आई. पुलिस के मुताबिक मुख्य आरोपी आशीष चौधरी ने जिस परिवार को गोली मारी वह उस परिवार का दामाद है. जो मामला पहले 'सनकी आशिक' का बताया जा रहा था. वो अब 'सनम बेवफा' टाइप का बन गया है. अब इस मामले को लेकर अब राजनीति भी शुरू हो चुकी है. बीजेपी जहां इस मामले पर नीतीश सरकार पर हमलावर है.
 
 
इस घटना में जेडीयू नेता अरविंद पासवान का नाम सामने आने पर बीजेपी जेडीयू पर हमलावर है. बीजेपी नेता विजय सिन्हा ने कहा कि सत्ता के इशारे पर जेडीयू नेता को बचाने के लिए पुलिस इस मामले को प्रेम-प्रसंग बता रहा है. उधर जेडीयू ने भी पलटवार करते हुए एक तस्वीर जारी की है. इस तस्वीर में आरोपी आशीष चौधरी का साथी उमेश साव बीजेपी नेता विजय सिन्हा के साथ खड़ा नजर आ रहा है. जेडीयू का कहना है कि उमेश साव बीजेपी का कार्यकर्ता है. बता दें कि उमेश साव को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है. 
 
रिपोर्ट- राज किशोर मधुकर

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