राजमिस्त्री-मजदूर बनकर पुलिस ने कुणाल सिंह को किया था गिरफ्तार, कोर्ट ने अपराधी को दी उम्रकैद की सजा, पढ़ें पूरी स्टोरी
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar2240263

राजमिस्त्री-मजदूर बनकर पुलिस ने कुणाल सिंह को किया था गिरफ्तार, कोर्ट ने अपराधी को दी उम्रकैद की सजा, पढ़ें पूरी स्टोरी

Motihari News: रक्सौल के एक निजी स्कूल पर रंगदारी मांगने के नाम पर दिनदहाड़े AK-47 से गोलीबारी चलाने की घटना को अंजाम देकर कुणाल सिंह सबसे पहले चर्चा में आया था, फिर ठेकेदारी मैनेज करने और नही मानने पर ठेकेदार की हत्या जैसे संगीन अपराध को अंजाम देकर कुणाल सिंह ने मोतिहारी पुलिस के नाक में दम कर दिया था.

कुणाल सिंह को कोर्ट ने दी उम्रकैद की सजा

Motihari News: मोतिहारी में 8 मई, 2024 दिन बुधवार को कुख्यात अपराधी कुणाल सिंह को कोर्ट ने उम्रकैद की सजा दी है. कुख्यात अपराधी कुणाल सिंह को AK-47 बरामदगी मामले में कोर्ट ने सजा सुनाया है. आर्म्स एक्ट के तीन अलग-अलग मामले में मोतिहारी सिविल कोर्ट के जिला सत्र न्यायाधीश ने सजा सुनाया है. आर्म्स एक्ट के अलग-अलग धाराओं में एक केस में पांच साल के साथ दस हजार रुपये का फाइन. दूसरे मामले में सात साल के सजा के साथ 12 हजार रुपये का फाइन और AK-47 बरामदगी मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है. 

कुणाल सिंह मोतिहारी का कुख्यात अपराधी है. रक्सौल के एक निजी स्कूल पर रंगदारी मांगने के नाम पर दिनदहाड़े AK-47 से गोलीबारी चलाने की घटना को अंजाम देकर कुणाल सिंह सबसे पहले चर्चा में आया था, फिर ठेकेदारी मैनेज करने और नही मानने पर ठेकेदार की हत्या जैसे संगीन अपराध को अंजाम देकर कुणाल सिंह ने मोतिहारी पुलिस के नाक में दम कर दिया था. दो साल पहले जेल से बेल पर निकल कर कुणाल सिंह अपने गांव पिपरा कोठी थाना क्षेत्र के कुरिया गांव मे रह रहा था. 

मोतिहारी पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि कुणाल सिंह के पास AK-47 जैसे घातक हथियार इस वक्त मौजूद है. गुप्त सूचना मिलने के बाद मोतिहारी के एसपी, अरेराज एसडीपीओ समेत कई थानाध्यक्षों की टीम बनाई गईं थी. सभी पुलिस वाले ऑटो और ट्रैक्टर पर बैठकर कुणाल के घर के बगल में राजमिस्त्री और मजदूर बनकर मजदूरी करने पहुंचे थे और मौका मिलते ही घर के दरवाजे के बाहर महफिल लगाये बैठे कुणाल सिंह को पकड़ने पहुंचे थे, तब कुणाल सिंह पुलिस से बचने के लिए भागने लगा था, पर पुलिस ने कुणाल सिंह के घर से तमाम भागने वाले रास्ते पर भी पुलिस को तैनात कर रखा था. लिहाजा कुणाल भागने में सफल नहीं हो सका था. 

यह भी पढ़ें:हम घुट-घुटकर जी नहीं पाएंगे,इसीलिए जा रहे है,छात्रा की खुदकुशी पर HC ने लिया संज्ञान

कुणाल की गिरफ्तारी के बाद जब कुणाल सिंह के घर की तलाशी ली गई थी तो उनके घर से AK-47 और उसके गोली के अलावा एक दर्जन वाकी टॉकी समेत एक विदेशी पिस्टल भी बरामद हुआ था. AK-47 बरामदगी के वक्त से कुणाल सिंह जेल में था. कुणाल सिंह खुद की बेल करवाने के लिए पटना हाईकोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया था, लेकिन कुणाल सिंह के आपराधिक इतिहास को देखने के बाद पटना हाईकोर्ट ने मोतिहारी सिविलकोर्ट को स्पीडी ट्रायल चलाने का डायरेक्शन दिया था, जिसके बाद कुणाल सिंह के खिलाफ रोज सुनवाई चल रही थी. 

यह भी पढ़ें:Bhagalpur News: मुर्गा और मटन दुकानदार के बीच चाकूबाजी, एक की कट गई गर्दन

कुणाल सिंह के खिलाफ वादी और गवाह दोनों ही पुलिस वाले थे. लिहाजा एक भी गवाह ना तो बदला या अपने बयान से मुकरा. AK-47 बरामदगी मामले में कुल 12 गवाह थे. सभी गवाहों ने कुणाल सिंह के खिलाफ कोर्ट में गवाही दिया. जिसके बाद मोतिहारी सिविलकोर्ट के सत्र न्यायाधीश ने 14 महीने में सुनवाई पूरी कर कुख्यात अपराधी कुणाल सिंह को आजीवन उम्रकैद की सजा सुनाया है.

रिपोर्ट: पंकज कुमार

Trending news