हाथियों का उत्पात: बच्चों को गड्ढे में फेंका, दिव्यांग पति संग महिला ने खुद की इस तरह बचाई जान
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हाथियों का उत्पात: बच्चों को गड्ढे में फेंका, दिव्यांग पति संग महिला ने खुद की इस तरह बचाई जान

Bokaro News: बड़की सिधाबारा पंचायत में कोहराम ही मचा दिया. भीतिया और गुरूडीह गांव में रात को बार बार हमला कर तांडव मचाते रहे. कई मिट्टी के घरों इतना क्षतिग्रस्त कर दिया कि कई परिवार बेघर हो गए. झुंड में शामिल हाथी बच्चे तो कई घरों के अंदर घुसकर कमरों में तांडव मचाया.

बोकारो में हाथी का उत्पात

Bokaro News: बोकारो जिले के गोमिया प्रखंड के झुमरा पहाड़ के तराई गांवों में हाथियों का लगातार उत्पात जारी है. जहां 30 से 35 की संख्या में हाथियों के झुंड ने बीती रात उत्पात मचाया. एक महिला की बहादुरी के चलते उसके छोटे छोटे बच्चे और दिव्यांग पति की जान बच पाई. हाथियों के झुंड ने देर रात उसके मिट्टी से बने घर को अचानक हमला बोल दिया और तोड़ने लगे. 

इस दौरान पूरा परिवार घर के अंदर ही सो रहा था. पूरी तरह से डर गया और मौत को सामने देखा, लेकिन महिला की बहादुरी के चलते पूरे परिवार की जान बच पाई. महिला ने एक-एक करके घर के बच्चों को घर के बाहर बने गड्ढे में फेंक दिया. इसके बाद दिव्यांग पति को किसी तरह से पड़ोस के घर में शरण लेकर जान बचाई. 

बता दें कि बड़की सिधाबारा पंचायत में कोहराम ही मचा दिया. भीतिया और गुरूडीह गांव में रात को बार बार हमला कर तांडव मचाते रहे. कई मिट्टी के घरों इतना क्षतिग्रस्त कर दिया कि कई परिवार बेघर हो गए. झुंड में शामिल हाथी बच्चे तो कई घरों के अंदर घुसकर कमरों में तांडव मचाया. सारे प्रयत्न कर हार चुके ग्रामीणों ने अंततः घर छोड़ने में ही भलाई समझी और बच्चों को लेकर पक्के मकान के छतों में चढ़कर जान बचाई.

संसाधन के अभाव में विभाग लाचार एक परिवार, जिसके कई सदस्य दिव्यांग हैं. पूरा परिवार सोया हुआ था. सभी की किसी तरह से जान बची. महिला ने बताया कि अपने बच्चों को बचाने के लिए अपने जान की बाजी लगा दी, तब जाकर बचाया. हाथियों का झुंड ने जब आधी रात को घर की दीवारों को तोड़ना शुरू किया, तो नींद खुली. पति के मना करने के बावजूद जान जोखिम में डालकर सोए हुए बच्चों को बचाया है. सो रहे छोटे छोटे बच्चों को एक-एक कर घर से निकालकर नजदीकी गड्ढों में फेंका दिया. 

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महिला ने बताया कि बच्चों के बचाने के बाद दिव्यांग पति को भी घर से बाहर निकाला और पूरे परिवार के साथ जैसे-तैसे भागकर दूसरे के घर पहुंची. हाथियों ने पूरा घर तहस नहस कर दिया है. घर में रखा अनाज खा गए, अब बच्चों को खिलाने के लिए दूसरे से मांग कर खाना की व्यवस्था की है.

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दरअसल, दोनों गांवों से बार-बार खदेड़ने के बावजूद हाथियों का झुंड हमला करते है. घरों में घुसकर खूब उत्पात मचाता है. कई मिट्टी के घरों को पूरी तरह तहस नहस कर दिया. घरों में रखा बक्सा, गैस सिलेंडर, किताब-कॉपी सहित कई घरेलू सामान को क्षतिग्रस्त कर दिया है. किसानों के फसल भी रौंद डाली है. गांव में लगा सोलर लाइट को भी क्षतिग्रस्त कर दिया.

रिपोर्ट: मृत्युंजय मिश्रा

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