कौड़ी के भाव चाहिए काजू तो झारखंड आइए! पेटी भरकर ले जाइए अपने घर
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कौड़ी के भाव चाहिए काजू तो झारखंड आइए! पेटी भरकर ले जाइए अपने घर

झारखंड खनन के मामले में एशिया का सबसे समृद्ध राज्य है. इसके साथ ही झारखंड की पहचान एक और काम की वजह से पूरी दुनिया में रही है और वह है ऑनलाइन फ्रॉड.

(फाइल फोटो)

जामताड़ा: झारखंड खनन के मामले में एशिया का सबसे समृद्ध राज्य है. इसके साथ ही झारखंड की पहचान एक और काम की वजह से पूरी दुनिया में रही है और वह है ऑनलाइन फ्रॉड. झारखंड के इस जिले को इसी वजह से दुनिया भर में पहचान मिली है लेकिन आज हम इस शहर के चर्चे की जो वजह आपको बताने जा रहे हैं उसे सुनकर आप हैरान हो जाएंगे. दरअसल यहां खाने की एक ऐसी चीज है जो कौड़ी के भाव बिकती है. 

दरअसल झारखंड में जामताड़ा यहां के काजू की वजह से भी फेमस है. जी हां आपने सही सुना ये वही शहर है जहां काजू को आप कौड़ी के भाव में खरीद सकते हैं.  आपको बता दें कि देश की राजधानी दिल्ली से महज 1200 किलोमीटर की दूरी पर बसा झारखंड का यह छोटा शहर जामताड़ा जहां काजू की खेती तो बड़ी मात्रा में होती है इसके साथ ही यहां आप आलू और प्याज के भाव में काजू खरीद सकते हैं. 

हां वही काजू जिसको खरीदकर घर में रखना और इसको रोजमर्रा के खाने में इस्तेमाल करना आम आदमी के बस की बात नहीं है.बता दें कि काजू 800 से 1200 रुपए किलो तक सामान्य किस्म का मिलता है लेकिन यहां जामताड़ा के नाला में काजू आलू प्याज से भी सस्ते में मिलता है. यहां काजू की कीमत आपको 10 से 20 रुपये प्रति किलो लगेगी. 

बता दें कि यहां बड़े भूभाग पर काजू की खेती की जाती है. यहां काजू का बगान 49 एकड़ जमीन में फैला हुआ है. यहां की मिट्टी और जलवायु को देखते हुए और जांच के बाद पाया गया था कि यह जमीन काजू की खेती के लिए बेहतर है, ऐसे में यहां काजू की खेती शुरू हो गई. बता दें कि झारखंड के जामताड़ा के पूर्व जिलाधिकारी कृपानंद झा को काजू बहुत पसंद था. उन्होंने यहां इसकी बागवानी शुरू कर दी। अब यहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम न होने के कारण लोग ऐसे ही काजू तोड़ लेते हैं. बागान के मजदूर औने-पौने दाम में ही काजू बेच देते हैं.

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