Kaimur News: वार्ड पार्षदों ने आरोप लगाया कि यह बाजार का वसूली की राशि बढ़नी चाहिए थी, लेकिन राशि आधी हो गई. उन्होंने आरोप लगाया कि आधी राशि की लूटी जा रही है. उन्होंने कहा कि कार्यपालक पदाधिकारी को आवेदन देने के बाद भी कार्यपालक पदाधिकारी इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं.
Trending Photos
Kaimur News: नगर परिषद भभुआ में सैरात वसूली विभागीय कराई जा रही है, लेकिन वार्ड पार्षदों ने इसमें घोटाला किए जाने आरोप लगाए हैं. आरोप है कि लगभग 5 लाख रुपए प्रति महीने के हिसाब से विभागीय स्तर पर घपला हो रहा है. घपले का आरोप लगाते हुए नगर परिषद भभुआ के 20 वार्ड पार्षदों ने आज नगर परिषद प्रशासन के खिलाफ हल्ला बोला है. वार्ड पार्षदों के मुताबिक, संवेदक द्वारा जब टेंडर प्रक्रिया के तहत ब्ययी बाजार की वसूली होती थी तो लगभग 10 लाख रुपए प्रति माह जमा किया जाता था, लेकिन उनका कांटेक्ट खत्म होने के बाद जब विभागीय बाजार का वसूली शुरू हुआ तो महज 4 से 5 लख रुपए ही प्रति माह जमा होने लगा.
वार्ड पार्षदों ने आरोप लगाया कि यह बाजार का वसूली की राशि बढ़नी चाहिए थी, लेकिन राशि आधी हो गई. उन्होंने आरोप लगाया कि आधी राशि की लूटी जा रही है. उन्होंने कहा कि कार्यपालक पदाधिकारी को आवेदन देने के बाद भी कार्यपालक पदाधिकारी इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं. करीब 20 वार्ड पार्षदों ने इस मामले में सोमवार (29 अप्रैल) को नगर परिषद भभुआ में एकत्र है. उन्होंने बताया कि हम लोग सैरात के मामले पर आज एक साथ जुटे हैं. उन्होंने कहा कि 10 अप्रैल और 19 अप्रैल को आवेदन कार्यपालक पदाधिकारी को सभापति के माध्यम से दिया गया कि सैरात के वसूली में लूट खसोट मचा हुआ है.
ये भी पढ़ें- टीपीडीएस एसएफसी गोदाम पर SDO ने की छापेमारी, ठेकेदार समेत तीन लोगों पर मामला दर्ज
उन्होंने कहा कि 40 से 45 हजार रुपया प्रतिदिन नगर परिषद भभुआ में सैरात वसूली का कलेक्शन हो रहा है, लेकिन विभाग में पूरी राशि जमा नहीं कराई जा रही है. इसके पहले संवेदक के द्वारा साढ़े 9 लाख रुपए प्रति माह जमा किया जाता था, जो राशि बढ़ना चाहिए था. उन्होंने कहा कि जब से विभागीय वसूली शुरू हुई तो 10 लाख रुपए कि जगह महज 5 लाख लाख रुपए प्रति माह ही विभाग में जमा कराया जा रहा है. इस तरह से 5 लाख रुपए प्रतिमाह इन लोगों के द्वारा घोटाला किया जा रहा है. हम लोगों ने अध्यक्ष से भी शिकायत की थी, लेकिन उन्होंने भी ध्यान नहीं दिया है.
वार्ड पार्षदों ने कहा कि हम सभी वार्ड पार्षदों ने 2 बार लिखित आवेदन देकर आवाज उठाई. इसके बावजूद कार्यपालक पदाधिकारी और सभापति कुछ नहीं कर रहे हैं. हम लोग चाहते हैं कि मनमाना रवैया बंद हो और जितना वसूली किया जा रहा है, उतना राशि जमा किया जाए. 5 लाख रुपए प्रति माह राजस्व की हानि हो रही है. अप्रैल माह का लास्ट दिन है और अभी तक विभाग में मात्र 2 लाख रुपए ही जमा किए गए हैं. इस पूरे मामले पर सभापति या कार्यपालक पदाधिकारी स्पष्ट नहीं कर पा रहे हैं.
ये भी पढ़ें- झारखंड में सामने आया चावल घोटाला! धनबाद के सरकारी गोदाम से गायब हुआ 29 क्विटंल चावल
वहीं कार्य पालक पदाधिकारी भभुआ संजय उपाध्याय ने बताया व्यक्तिगत रूप से हमको वार्ड परिषद द्वारा कोई सूचना नहीं दी गई है. अभी सैरात की वसूली को लेकर कोई भी संवेदक भाग नहीं लिया जिससे विभागीय करवाया जा रहा है. विभागीय राशि जितना वसूला जाता है उतना ही जमा होता है. घपला होने की बात अभी जानकारी में नहीं आई है, इसका जांच कराया जाएगा.
रिपोर्ट- मुकुल जायसवाल