मंदिर का विरोध करने वाले भी भगवान की शरण में! बेटे-बेटियों को लेकर बाबा हरिहरनाथ मंदिर पहुंचे लालू यादव
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मंदिर का विरोध करने वाले भी भगवान की शरण में! बेटे-बेटियों को लेकर बाबा हरिहरनाथ मंदिर पहुंचे लालू यादव

Lalu Yadav News:  हरिहरनाथ मंदिर के पुजारी ने विधिवत भगवान शंकर की पूजा अर्चना कराई और उनकी जीत की कामना की. लालू और राबड़ी रोहिणी आचार्य के साथ पूजा-अर्चना करने के बाद पटना के लिए रवाना हो गए. 

चुनाव से पहले भगवान की शरण में लालू यादव

Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव से पहले राजद अध्यक्ष लालू यादव भी भगवान की शरण में पहुंच चुके हैं. उन्होंने आज (सोमवार, 01 अप्रैल) को हरिहर नाथ मंदिर में पूरे परिवार संग पूजा-अर्चना की है. इस दौरान लालू यादव की दोनों बेटियों ने भी रुद्राभिषेक किया. साथ में तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव भी मौजूद थे. बता दें कि लालू परिवार से अब रोहिणी आचार्य भी राजनीति में एंट्री ले चुकी हैं. लोकसभा चुनाव में लालू ने अपनी बड़ी बेटी मीसा भारती को पाटलिपुत्र से तो रोहिणी आचार्य को सारण लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारा है. चुनावी समर में उतरने से पहले लालू अपने पूरे परिवार के संग भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद लेने पहुंचे. 

हरिहरनाथ मंदिर के पुजारी ने विधिवत भगवान शंकर की पूजा अर्चना कराई और उनकी जीत की कामना की. लालू और राबड़ी रोहिणी आचार्य के साथ पूजा-अर्चना करने के बाद पटना के लिए रवाना हो गए. वहीं लालू और रोहिणी के आने से पहले मंदिर के बाहर और अंदर नेताओ के साथ साथ समर्थकों को जनसैलाब देखने को मिला. जहां लोगो ने लालू यादव और रोहिणी आचार्य के लिए जमकर नारेबाजी की. सैकड़ो कार्यकर्ता मंदिर परिसर के बाहर लालू राबड़ी जिंदाबाद, रोहिणी आचार्य जिंदाबाद के नारे लगाते दिखे. इससे पहले पटना से निकलने के बाद जैसे ही रोहिणी का काफिला सारण जिले में प्रवेश किया, वैसे ही जगह-जगह कार्यकर्ताओं ने अपने नेता का स्वागत किया. 

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बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा के वक्त राजद नेताओं की ओर से मंदिर का काफी विरोध किया जा रहा था. खुद तेजस्वी यादव भी मंदिर की जगह अस्पताल को वरीयता देते हुए दिखाई दे रहे थे. तेजस्वी ने कहा था कि अगर चोट लगेगी तो अस्पताल जाना पड़ेगा, मंदिर नहीं. उन्होंने तो यहां तक कह दिया था कि भूख लगेगी तो मंदिर जाओगे क्या, वहां तो उल्टा दान देना पड़ता है. वहीं तेज प्रताप ने बयान दिया था कि उनके सपने में भगवान राम आए थे और उन्होंने कहा कि वो 22 जनवरी को अयोध्या नहीं आ रहे हैं. पूरी राजद पार्टी इसे बीजेपी का इवेंट बताने में लगी थी. 

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