Lok Sabha Election 2024: 2019 में सबसे कम मतों से जीते थे अर्जुन मुंडा तो सबसे अधिक मतों से किसने दर्ज की थी जीत?
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Lok Sabha Election 2024: 2019 में सबसे कम मतों से जीते थे अर्जुन मुंडा तो सबसे अधिक मतों से किसने दर्ज की थी जीत?

Lok Sabha Election 2024: रांची में भाजपा के संजय सेठ ने कांग्रेस के सुबोध कांत सहाय को 283026 वोटों से हराया था. संजय सेठ को 706828 यानी 57.21 प्रतिशत तो सुबोध कांत सहाय को 423802 यानी 34.3 प्रतिशत मत मिले थे. चतरा सीट पर भाजपा के सुनील कुमार सिंह को 528077 यानी 57.03 प्रतिशत तो कांग्रेस के मनोज कुमार यादव को 150206 यानी 16.22 प्रतिशत वोट मिले थे. दोनों में हार-जीत 377,871 वोटों से हुई थी.

अर्जुन मुंडा और जयंत सिन्हा

Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2019 की बात करें तो केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा सबसे कम मतों से जीत हासिल करने वाले सांसद चुने गए थे. करिया मुंडा की परंपरागत सीट खूंटी पर अर्जुन मुंडा को 382638 यानी 45.97 प्रतिशत मत हासिल हुए थे. वहीं उनके प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के कालीचरण मुंडा को 381193 यानी 45.8 प्रतिशत लोगों ने वोट दिया था. इस तरह दोनों के बीच जीत और हार का अंतर महज 1,445 मतों का रहा था. झारखंड में खूंटी सीट पर ही सबसे कम मतों से जीत और हार का फैसला हुआ था. सबसे कम मतों से जीतने वाले सांसद को तो आपने जान लिया पर क्या आपको पता है कि सबसे अधिक मतों से किसने जीत दर्ज की थी? अगर नहीं पता है तो हम आपको बताते हैं. झारखंड में सबसे अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल करने वाले सांसद कोई और नहीं, धनबाद के सांसद पशुपति नाथ सिंह हैं. 

धनबाद के भाजपा प्रत्याशी पशुपति नाथ सिंह को 2019 में 827234 यानी 66.03 प्रतिशत वोट मिले थे तो कांग्रेस के कीर्ति आजाद को 341040 यानी 27.22 प्रतिशत वोट ही मिले थे. पशुपति नाथ सिंह ने कीर्ति आजाद को 486,194 मतों से हराया था. यह 2019 के लोकसभा चुनाव में झारखंड में किसी भी प्रत्याशी की सबसे बड़ी हार थी. हजारीबाग सीट से जयंत सिन्हा को 728798 यानी 67.42 प्रतिशत वोट मिले थे तो उनके प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के गोपाल प्रसाद साहू को 249250 यानी 23.06 प्रतिशत वोट ही मिल पाए थे. जयंत सिन्हा ने साहू को 479,548 मतों से हराया था. 

कोडरमा से भाजपा प्रत्याशी अन्नूपर्णा देवी ने झाविमो प्रत्याशी बाबूलाल मरांडी को 455,600 मतों से हराया था. अन्नपूर्णा देवी को 753016 यानी 62.26 प्रतिशत वोट मिले थे तो बाबूलाल मरांडी को 297416 यानी 24.59 प्रतिशत वोट ही मिल पाए थे. अब बाबूलाल मरांडी ने अपनी पार्टी का विलय भाजपा में कर दिया है और अभी वे प्रदेश भाजपा अध्यक्ष हैं. पलामू से भाजपा प्रत्याशी विष्णु दयाल राम ने राजद के घूरन राम को 477,606 मतों से हराया था. विष्णु दयाल को 755659 यानी 62.46 प्रतिशत तो घूरनराम को 278053 यानी 22.98 प्रतिशत वोट मिले थे.

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जमशेदपुर के भाजपा सांसद विद्युत बरन महतो को 2019 के लोकसभा चुनाव में 679632 यानी 59.4 प्रतिशत वोट मिले थे तो झारखंड मुक्ति मोर्चा के चंपई सोरेन को 377542 यानी 33 प्रतिशत मत हासिल हुए थे. चंपई सोरेन 302,090 वोटों से हार गए थे. गिरिडीह सीट पर आजसू के चंद्रप्रकाश चौधरी को 648277 यानी 58.57 प्रतिशत वोट मिले थे तो झारखंड मुक्ति मोर्चा के जगन्नाथ महतो को 399930 यानी 36.13 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे. दोनों में जीत का अंतर 248,347 वोटों का रहा था.

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रांची में भाजपा के संजय सेठ ने कांग्रेस के सुबोध कांत सहाय को 283026 वोटों से हराया था. संजय सेठ को 706828 यानी 57.21 प्रतिशत तो सुबोध कांत सहाय को 423802 यानी 34.3 प्रतिशत मत मिले थे. चतरा सीट पर भाजपा के सुनील कुमार सिंह को 528077 यानी 57.03 प्रतिशत तो कांग्रेस के मनोज कुमार यादव को 150206 यानी 16.22 प्रतिशत वोट मिले थे. दोनों में हार-जीत 377,871 वोटों से हुई थी.

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