विधायकों की खरीद-फरोख्त के प्रयास पर सख्त कार्रवाई की जाएगी: सम्राट चौधरी
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विधायकों की खरीद-फरोख्त के प्रयास पर सख्त कार्रवाई की जाएगी: सम्राट चौधरी

Bihar News: बिहार में 28 जनवरी को बनी नयी सरकार को 12 फरवरी को बजट सत्र के पहले दिन विश्वास मत हासिल करना है. जद (यू) प्रमुख नीतीश कुमार के पाला बदलने के कारण अचानक सत्ता गंवाने से आहत महागठबंधन के नेता दावा कर रहे हैं कि राजद नेता अवध बिहारी चौधरी अभी भी विधानसभा अध्यक्ष हैं, ऐसे में सत्र हंगामेदार हो सकता है.

फाइल फोटो- सम्राट चौधरी

पटना : बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने मंगलवार को कहा कि राज्य की नवगठित राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार अगले सप्ताह विश्वास मत साबित करेगी. उन्होंने राजद के नेतृत्व वाले महागठबंधन को चेतावनी दी कि यदि विधायकों की खरीद-फरोख्त का प्रयास किया गया तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी. भाजपा की प्रदेश इकाई के प्रमुख चौधरी ने अपने हालिया दिल्ली दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जैसे शीर्ष नेताओं से मुलाकात की. 

दिल्ली से लौटने के बाद चौधरी ने यहां पीटीआई-भाषा से कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दल (यूनाइटेड) के साथ भाजपा के रिश्ते पिछले कुछ दशकों में परिपक्व हुए हैं, बीच में कुछ खट्टे-मीठे अनुभव रहे हैं. विश्वास मत के दौरान तालमेल प्रदर्शित होगा, जिसमें हमारा जीतना तय है. बिहार में 28 जनवरी को बनी नयी सरकार को 12 फरवरी को बजट सत्र के पहले दिन विश्वास मत हासिल करना है. जद (यू) प्रमुख नीतीश कुमार के पाला बदलने के कारण अचानक सत्ता गंवाने से आहत महागठबंधन के नेता दावा कर रहे हैं कि राजद नेता अवध बिहारी चौधरी अभी भी विधानसभा अध्यक्ष हैं, ऐसे में सत्र हंगामेदार हो सकता है. हालांकि, उपमुख्यमंत्री चौधरी ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष किसी भी समय बदले जा सकते हैं क्योंकि उनके खिलाफ सभी राजग विधायक अविश्वास प्रस्ताव लाए हैं. या तो वह इस्तीफा दे देंगे या पद से हटाए जाने की बदनामी का सामना करेंगे.

राजग को पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की चार विधायकों वाली पार्टी और एक निर्दलीय का भी समर्थन हासिल है. 243 सदस्यों वाली विधानसभा में राजग के विधायकों की संख्या 128 है. महागठबंधन के पास 114 सदस्य हैं, जिसमें राजद के अलावा कांग्रेस और तीन वामपंथी दल शामिल हैं. महागठबंधन को बहुमत का आंकड़ा छूने के लिए आठ विधायक कम हैं. इसके अलावा, असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम के पास एक विधायक है, हालांकि पार्टी ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं.

इनपुट- भाषा

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