Muzaffarpur Crime: लोन दिलाने के नाम पर मुखिया की पत्नी सहित गांव की दर्जनों महिलाओं से हुई ठगी, आरोपी फरार
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Muzaffarpur Crime: लोन दिलाने के नाम पर मुखिया की पत्नी सहित गांव की दर्जनों महिलाओं से हुई ठगी, आरोपी फरार

Bihar Crime: मुजफ्फरपुर के एक गांव में घूम रहे ठग शरीफ लोगों को अपने चंगुल में फसा कर उनके रुपए लेकर फरार हो जाते है और ये ठग उन्ही महिलाओं को अपना शिकार बनाते हैं. जिनके पति मजदूरी के लिए अपने गांव से बाहर रहते हैं. 

Muzaffarpur Crime: लोन दिलाने के नाम पर मुखिया की पत्नी सहित गांव की दर्जनों महिलाओं से हुई ठगी, आरोपी फरार

मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर के एक गांव में घूम रहे ठग शरीफ लोगों को अपने चंगुल में फसा कर उनके रुपए लेकर फरार हो जाते है और ये ठग उन्ही महिलाओं को अपना शिकार बनाते हैं. जिनके पति मजदूरी के लिए अपने गांव से बाहर रहते हैं. ताजा मामला मुजफ्फरपुर जिला के बन्दरा प्रखण्ड क्षेत्र से सामने आया है. 

ये मामला पियर थाना क्षेत्र के बंगाही गांव में स्थानीय बड़गांव पंचायत के मुखिया मोहम्मद अब्दुल सत्तार अंसारी के परिवार की महिला समेत गांव की दर्जनों महिलाओं से लोन दिलाने के नाम पर हजारों रुपए ठगी कर लिया गया. समूह के माध्यम से लोन दिलाने के नाम पर यह ठगी की गई है. इस ठगी का खुलासा तब हुआ जब युवक महिलाओं से पैसा लेकर चंपत हो गया, बैंक खाते में पैसे नहीं आए और उसका मोबाइल लगातार स्विच ऑफ बताने लगा. 

ठगी करने आया शख्स एक स्वतंत्रता माइक्रोफाइनेंस बोचहां शाखा के अधिकारी के रूप में गांव में आया था. जिसने अपना नाम मुन्ना कुमार और मोनू कुमार बताया था. बड़गांव मुखिया की पत्नी-पुतौह सहित गांव की दर्जनों महिलाओं को विश्वास में लेकर उसने ठगी का शिकार बनाया. खासकर वैसे महिलाओं को भी टारगेट किया गया. जिनके पति घर पर नहीं रहते हैं या गैर प्रदेशों में नौकरी या मजदूरी कर रहे हैं. 

इस दौरान बजाप्ता गांव में महिलाओं की बैठक भी की गई और उन्हें 80 हजार रुपए लोन देने तथा उसका इंश्योरेंस करने की बात बताकर प्रत्येक महिलाओं से 1520 रुपए की ठगी की गई. कई महिलाओं से कैश पैसे लिए गए तो कई से यूपीआई स्कैनर के माध्यम से मोबाइल से पैसे ट्रांसफर कर लिए गए. 

जाते समय उक्त ठगों ने कहा कि रविवार की शाम तक सभी महिलाओं के खाते में लोन के पैसे 80 हजार रुपए आ जाएंगे. लिहाजा किसी ने स्वरोजगार के लिए तो किसी ने घर के कर्ज आदि सधाने के लिए तो वहीं किसी ने घर परिवार की जरूरी काम को लेकर और किसी ने बाल बच्चों की पढ़ाई लिखाई के लिए 80 हजार रुपये लोन लेने के प्रयास में झांसे में आते गए. 

24 घंटे की समय अवधि के बजाय कई दिन बीतने के बाद भी खाते में पैसे नहीं आए तो ठगी के शिकार लोगों में शक बढ़ना शुरू हो गया. जब ठगों के मोबाइल पर संपर्क किया गया तो उन्होंने अपना नंबर स्विच ऑफ कर लिया. मामले की सूचना जब मुखिया अब्दुल सत्तार अंसारी को मिली तो उन्होंने डीटेल्स खंगालनी शुरू की. 

उन्होंने बताया कि उनके परिवार समेत गांव की दर्जनों महिलाओं से यह राशि वसूली की गई है. प्रत्येक महिलाओं से 1520 रुपए कैश या ऑनलाइन पेमेंट के माध्यम से लिया गया है. कई महिलाएं अभी भी शर्म के कारण से कुछ नहीं बता रही है, जबकि दर्जनों लोग ठगों के शिकार हो चुके हैं. घटनाक्रम की तत्काल मौखिक शिकायत पीयर थाने की पुलिस से भी की गई है. प्रखंड के संबंधित अधिकारियों को भी इस मामले में बताया गया है, हालांकि लिखित शिकायत अब तक नहीं की गई है.

इनपुट - मणितोष कुमार

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