Odisha Train Accident: 288 यात्रियों की मौत, 900 से ज्यादा घायल, रेस्क्यू ऑपरेशन में आर्मी के साथ वायुसेना भी जुटी
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Odisha Train Accident: 288 यात्रियों की मौत, 900 से ज्यादा घायल, रेस्क्यू ऑपरेशन में आर्मी के साथ वायुसेना भी जुटी

शनिवार सुबह अंधेरा छंटा तो इस हादसे की दिल दहला देने वाले तस्वीरें सामने आईं. रातभर चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद भी बोगियों में शव फंसे हुए हैं, जिन्हें निकालने के प्रयास जारी हैं. 

ओडिशा ट्रेन हादसा

Odisha Train Accident: ओडिशा में हुए दर्दनाक ट्रेन हादसे में मरने वालों की संख्या 288 पहुंच चुकी है और 900 के करीब यात्री घायल बताए जा रहे हैं. ये हादसा बालासोर में बहनागा बाजार स्टेशन के पास हुआ. शुक्रवार (2 जून) की शाम को तीन ट्रेनें आपस में टकराने की वजह से रातभर चीख-पुकार मची रही. शनिवार सुबह अंधेरा छंटा तो इस हादसे की दिल दहला देने वाले तस्वीरें सामने आईं. रातभर चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद भी बोगियों में शव फंसे हुए हैं, जिन्हें निकालने के प्रयास जारी हैं. 

इस रेस्क्यू ऑपरेशन में एनडीआरएफ के साथ आर्मी भी जुटी थी. अब इसमें वायुसेना भी जुड़ गई है. एक के ऊपर एक चढ़ी बोगियों में फंसे घायलों को खोजा जा रहा है, ताकि उन्हें अस्पताल पहुंचाया जा सके. ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने आज यानी 3 जून को एक दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस हादसे पर दुख जताया है. साथ ही उन्होंने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से बात की और स्थिति का जायजा लिया.

पीड़ित परिजनों के लिए मुआवजा

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस ट्रेन हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 2-2 लाख व अन्य घायलों को 50-50 हजार मुआवजे की घोषणा की है. प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (PMNRF) से मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि अलग से देने की घोषणा की. रेलमंत्री ने कहा कि हमारा ध्यान बचाव कार्य पर है. राहत और बचाव कार्य खत्म होने के बाद ही बहाली का कार्य शुरू कर दिया जाएगा. पहले से ही बहाली के लिए मशीनें तैनात हैं. उन्होंने बताया कि हादसे की जांच के लिए एक जांच कमेटी का भी गठन किया गया है.

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कैसे हुआ इतना बड़ा हादसा?

रेलवे अधिकारियों ने बताया कि हावड़ा से बेंगलुरु जा रही 12864 हावड़ा एक्सप्रेस के कई कोच अचानक से पटरी से उतर गए और दूसरे ट्रैक पर जा गिरे थे. इसी दौरान उस ट्रैक पर 12841 शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस आ गई और पलटे डिब्बों से टकरा गई. इससे कोरोमंडल के भी कई डिब्बे पटरी से उतर गए और बगल के ट्रैक से गुजर रही मालगाड़ी से टकरा गए. हादसे में कोरोमंडल एक्सप्रेस के सात कोच पलट गए, चार कोच रेल बाउंड्री के बाहर चले गए. स्थानीय लोगों के अनुसार, कुल 15 डिब्बे पटरी से उतर गए हैं.