AIMIM को तोड़ने वालों का बाबरी जैसा होगा हश्र: अख्तरुल ईमान
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar1237612

AIMIM को तोड़ने वालों का बाबरी जैसा होगा हश्र: अख्तरुल ईमान

बिहार एआईएमआईएम अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने आगे कहा, 'एआईएमआईएम अल्पसंख्यकों के क्षेत्र में एक शक्ति बनकर उभर रहा है, जो भी इसको तोड़ने का प्रयास करेगा उसका हश्र वैसे ही होगा जैसे देश में बाबरी मस्जिद तोड़ने वाले के साथ हुआ है.'

बिहार एआईएमआईएम के अध्यक्ष हैं अख्तरुल ईमान. (फाइल फोटो)

किशनगंज: बिहार में आज असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM को बड़ा झटका लगा. एआईएमआईएम के पांच में चार विधायक आज राजद में शामिल हो गए. इनमें जोकीहाट से शाहनवाज, बहादुरगंज से मोहम्मद अनजार नईमी, कोचाधामन से मोहम्मद इजहार असफी, बायसी से सैयद रुकनुद्दीन का नाम शामिल है.

बाबरी मस्जिद जैसा होगा हश्र
ये सभी विधायक राजद नेता तेजस्वी यादव के सामने शामिल हुए. लेकिन इस बीच बिहार AIMIM के अध्यक्ष और पार्टी के एकमात्र विधायक बचे अख्तरुल ईमान का इसी साल 25 मई का पुराना वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वो इशारों में राजद को धमकी देते नजर आ रहे हैं. वीडियो में ईमान कह रहे हैं, 'हमारी पार्टी को जो कोई तोड़ने का प्रयास करेगा उसका बाबरी मस्जिद जैसा हश्र होगा.'

बिहार एआईएमआईएम अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने आगे कहा, 'एआईएमआईएम अल्पसंख्यकों के क्षेत्र में एक शक्ति बनकर उभर रहा है, जो भी इसको तोड़ने का प्रयास करेगा उसका हश्र वैसे ही होगा जैसे देश में बाबरी मस्जिद तोड़ने वाले के साथ हुआ है.'

AIMIM नहीं करेगा बर्दाश्त: ईमान
ईमान ने कहा कि राजद शुरू से हमारे विधायकों से संपर्क साधने में जुटा रहा है और इसमें बुरा नहीं है. वो अगर गठबंधन करने का प्रयास करेगा तो हम इस पर विचार करेंगे लेकिन तोड़ने की कोशिश करेंगे तो अब तक हमने संयम बरता है पर अब इसके दुष्परिणाम होंगे.

उन्होंने कहा कि इस वक्त मुस्लिम समुदाय के लोग लालायित हैं कि उनके समुदाय का नेता आगे बढ़े लेकिन कुछ लोगों को ये रास नहीं आ रहा है. ऐसे में जो लोग मुस्लिम नेता को तोड़ने का काम करेगा उसे बाबरी मस्जिद से कम पाप नहीं होगा.

इधर, चार विधायक शामिल होने के बाद राजद प्रदेश में सबसे बड़ा दल बन गया है. अब राजद के 80, बीजेपी के 77, जदयू के 45, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के 4, कांग्रेस के 19, माले के 12, सीपीआई के 2 और सीपीआईएम के पास 2 विधायक हैं.

दरअसल, विधानसभा चुनाव में AIMIM के लड़ने से आरजेडी को बड़ा नुकसान हुआ था. इसके बाद से ही आरजेडी सीमांचल क्षेत्र में अपने को मजबूत करने में जुटी थी.

ये भी पढ़ें-बिहार में ओवैसी को बड़ा झटका, AIMIM के 4 विधायक आरजेडी में हुए शामिल

Trending news