मधेपुरा में सरकारी हॉस्पिटल में स्टाफ की कमी, डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ के पद खाली
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मधेपुरा में सरकारी हॉस्पिटल में स्टाफ की कमी, डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ के पद खाली

Bihar News: मधेपुरा में 800 करोड़ की लागत से बना जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल स्थापना के समय से ही संसाधनों की कमी का रोना रो रहा है. अस्पताल में नर्सिंग स्टाफ, लैब टेक्नीशियन और चिकित्सकों की घोर कमी है.

मधेपुरा में सरकारी हॉस्पिटल में स्टाफ की कमी, डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ के पद खाली

मधेपुरा:Bihar News: मधेपुरा में 800 करोड़ की लागत से बना जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल स्थापना के समय से ही संसाधनों की कमी का रोना रो रहा है. अस्पताल में नर्सिंग स्टाफ, लैब टेक्नीशियन और चिकित्सकों की घोर कमी है. बिहार में भले ही सरकार बदल गई हो लेकिन मधेपुरा में 5 स्टार जैसे बना जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल का आज भी संसाधन की कमी का रोना रो रहे है. 

अस्पताल में लगे आधुनिक मशीन
अस्पताल में क्षमता के मुताबिक करीब चिकित्सकों का पद 307 बताया जा रहा है, लेकिन अस्पताल में अभी मात्र 150 डॉक्टर ही पदस्थापित हैं. वहीं नर्सिंग स्टाफ का पद,243 सृजित है लेकिन महज मात्र 172 पदस्थापित है. अस्पताल में लगे आधुनिक सिस्टम काफी महंगे तो हैं लेकिन उसे चलाने वाले स्टाफ और टेक्नीशियन की घोर कमी है. जिस कारण मरीजों की जांच समय पर संभव नहीं हो पा रही है . स्टाफ की कमी के कारण कई कीमती मशीन अस्पताल में शोभा की वस्तु ही साबित हो रही है. अस्पताल में करीब दो लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस के अलावे तीन अन्य एंबुलेंस मौजूद है. अस्पताल प्रबंधन के मुताबिक यहां मेडिसिन की कोई कमी नहीं है लेकिन फिर भी अस्पताल में इलाजरत मरीजों को बाहर से दवाई खरीदनी नहीं पड़ती है.

ब्लड बैंक का किया गया गठन 
वहीं अस्पताल के अधीक्षक कृष्णनंदन प्रसाद का कहना है कि संसाधनों की कमी के बावजूद अस्पताल में आने वाले मरीजों को हर तरह की सुविधा मुहैया कराई जा रही है. एमआईआर जांच के अलावा यहां सभी प्रकार की जांच का व्यवस्था है. मेडिसिन की भी कोई कमी नहीं है. नए सिरे से ब्लड बैंक का भी गठन किया जा चुका है. अन्य सुविधा को लेकर विभाग को कई बार पत्र लिखा जा चुका है. जल्द ही अन्य सुविधा भी मुहैया हो जाएगी. उन्होंने कहा की अस्पताल में 307 चिकित्सक का पद सृजन है लेकिन सभी विभागों मात्र 125 ही कार्यरत है. वहीं नर्सिंग स्टाफ का 243 पद सृजन है. जिसमें मात्र 172 कार्यरत है और हेल्थ मैनेजर का 11 पद सृजन है जहां कोई नहीं है. साथ ही क्लर्क के 35 पद सृजित है और ड्रेसर का 10 पद सृजित है लेकिन इन विभागों ने कोई नहीं है. 

इनपुट- शंकर कुमार

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