11 महीने में 45 करोड़ की शराब गटक गए यहां के लोग, अवैध कारोबार के 297 केस दर्ज
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11 महीने में 45 करोड़ की शराब गटक गए यहां के लोग, अवैध कारोबार के 297 केस दर्ज

Jharkhand News: खूंटी में शराब के शौकीनों ने मात्र 11 महीने में करोड़ों रुपए के शराब में गटक गए. इस मामले की जानकारी देते हुए मद्य उत्पाद निरीक्षक विकास कुमार निराला ने बताया कि जिलेभर के 26 सरकारी दुकानों से मई 2022 से मार्च 2023 तक 44 करोड़ 58 लाख 21हजार 950 रुपए की शराब की खरीदारी की गई.

11 महीने में 45 करोड़ की शराब गटक गए यहां के लोग, अवैध कारोबार के 297 केस दर्ज

खूंटी: Jharkhand News: खूंटी में शराब के शौकीनों ने मात्र 11 महीने में करोड़ों रुपए के शराब में गटक गए. इस मामले की जानकारी देते हुए मद्य उत्पाद निरीक्षक विकास कुमार निराला ने बताया कि जिलेभर के 26 सरकारी दुकानों से मई 2022 से मार्च 2023 तक 44 करोड़ 58 लाख 21हजार 950 रुपए की शराब की खरीदारी की गई. मई 2022 से नई उत्पाद नीति के तहत देशी और विदेशी शराब की बिक्री शुरू हुई थी. उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग द्वारा खूंटी जिला को 12 महीनों में 33 करोड़ रुपये राजस्व का लक्ष्य दिया गया था. लक्ष्य के अनुरूप 11 महीनों में जिले के 26 शराब की दुकानों में 45 करोड़ रुपए की बिक्री करके लगभग 30 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व प्राप्त हुआ है.

अवैध कारोबार के 297 केस दर्ज

उन्होंने बताया कि जिले भर के सभी छह प्रखण्ड अंतर्गत शराब की सरकारी 26 दुकानें है. जिसमें विदेशी शराब की 8, देशी शराब की 8 एवं 10 कंपोजिट दुकानें हैं. जिसमें खूंटी प्रखंड में 11, कर्रा में 4, तोरपा में 5, रनिया में 2, अड़की में 1 और मुरहू प्रखंड में 3 सरकारी शराब दुकान चल रही हैं. इसी क्रम में राजस्व को बढ़ावा देने के दृष्टिकोण से उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग ने गैर सरकारी शराब दुकानों भट्ठियों आदि पर छापेमारी कर इस पर लगाम लगाने का भी काम किया. मामले की जानकारी देते हुए मद्य उत्पाद निरीक्षक विकास कुमार निराला ने बताया कि अप्रैल 2022 से मार्च 2023 तक जिले में अवैध शराब बिक्री निर्माण एवं परिवहन को लेकर 297 केस दर्ज किए हैं. जिसमें 151 गिरफ्तारी की गई है.

300 लीटर विदेशी शराब जब्त

विभाग द्वारा 300 लीटर विदेशी शराब भी जब्त किया गया है. लगभग 74 टन जावा महुआ, लगभग 60 लीटर बीयर, 2800 लीटर महुआ शराब एवं 18 लीटर देशी शराब भी जब्त किया गया है. उन्होंने कहा कि महुआ का उपयोग शराब ना बनाकर किसी और तरीके से उपयोग किया जाता तो आमदनी का स्रोत भी बनता और महुआ की प्रतिष्ठा भी बढ़ती. महुआ अगर देखा जाए तो लाभकारी भी है लेकिन इसका उपयोग शराब बनाए जाने के कारण हानिकारक हो जाता है‌. जिसे सभी लोग उपयोग नहीं कर पाते हैं. महुआ का लड्डू , अचार, मुरब्बा आदि बनाए जाते तो आम जनमानस में इसका लाभ मिलता और बच्चे बड़े सभी लोग इसका उपयोग करते.

इनपुट- ब्रजेश कुमार

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