बिहार सरकार ने बिजली उपभोक्ताओं को आराम दिया है. हर साल बिहार की दोनों बिजली कंपनियों और ट्रांसमिशन कंपनी की तरफ से विद्युत विनियामक आयोग को बिजली की दर बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा जाता है. इस वर्ष भी बिजली कंपनियों ने दर में बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया था.
आयोग ने बिजली कंपनी और ट्रांसमिशन कंपनी के प्रस्ताव को सुना. उन्होंने सभी उपभोक्ताओं की दलील को सुना. इसके बाद, होली से पहले आयोग ने निर्णय पर आधारित करके बिहार के बिजली उपभोक्ताओं को आराम दिया.
बिजली उपभोक्ताओं को बिजली दर में दो फीसदी की कटौती का ऐलान किया गया है. आज विभाग ने नई बिजली दरें लागू कर दी है. सभी श्रेणियों की बिजली दरों में दो प्रतिशत की कमी होगी.
बिजली कंपनी ने विद्युत विनियामक आयोग के सामने इस साल 3% की बढ़ोतरी का प्रस्ताव रखा था. यह चौथा साल है जब बिहार के बिजली उपभोक्ताओं को आराम मिला है.
जानकारी के लिए बता दें कि आज से 31 मार्च 2025 तक नई बिजली दर लागू रहेगी. इससे सबसे अधिक खुशी बिहार के किसानों को मिलेगी. अब सभी किसानों को साल में चार बार बिजली बिल प्रदान किया जाएगा. उन्हें अब 55 पैसे प्रति यूनिट की दर से बिजली बिल मिलेगा, जिससे कि किसानों को राहत मिलेगी.
इसके अलाा बता दें कि मीटर रहित स्ट्रीट लाइटों के लिए बिजली चार्ज में भी कमी की गई है. अब इसकी दर 7500 प्रति किलो वाट से 4250 प्रति माह कर दी गई है. कुटीर ज्योति कनेक्शन की दर भी 7.90 रुपये प्रति यूनिट से 7.42 रुपये प्रति यूनिट कर दी गई है. इसके अलावा ऑक्सीजन गैस निर्माताओं के लिए लोड फैक्टर प्रोत्साहन की सीमा को 75% से घटा कर 70 कर दिया गया है.
पिछले वित्तीय वर्ष से विद्युत टैरिफ को दो भागों में बांट दिया गया है. 0 से 100 यूनिट तक की बिजली के लिए दर कम है, जबकि उससे अधिक यूनिट बिजली उपभोक्ताओं को ज्यादा शुल्क चुकाना पड़ता है.
आयोग ने इस बारे में भी बताया था कि ऑनलाइन सिस्टम के माध्यम से बिजली उपभोक्ताओं को भुगतान करते समय बल की राशि में एक फीसदी की छूट भी दी जाएगी.