लालू की होली के दौरान लोग गोबर और कीचड़ से सने हो जाते थे. वह कई तरह के रंगो से सराबोर हो जाते थे. इस दौरान लालू कुर्ता फाड़कर होली खेलते और राबड़ी उन पर रंग डालतीं थी.
लालू प्रसाद यादव की होली इतनी फेमस इसलिए है कि जब वह कुर्ता फाड़ होली खेलते थे, तो किसी का भी कुर्ता कोई भी फाड़ देता था. यहां तक की कार्यकर्ता लालू यादव का भी कुर्ता फाड़ देते थे.
लालू प्रसाद यादव के घर होली का इस तरह मानने का दौर साल 1997 से 2000 के बीच तक चलता रहा था. होली वाले दिन नेता सुबह से लालू के यहां पहुंचने लगते थे. सबसे पहले रंग खेला जाता था, फिर कुर्ता फाड़ा जाता था.
जब लालू प्रसाद यादव होली के दिन फाग गाते थे तब उनकी पत्नी राबड़ी देवी भी उनका साथ देती थीं. वह भी लालू प्रसाद यादव के साथ होली के रंग में सराबोर हो जाती थीं.
होली के दिन लालू प्रसाद यादव खुद ढोल-मंजीरा लेकर गाना गाने बैठ जाते थे. इनके साथ पार्टी के कार्यकर्ता और नेता सब लोग लालू प्रसाद यादव का साथ देते थे.
लालू प्रसाद यादव के आवास अब कुर्ता फाड़ होली नहीं खेली जाती और राजद नेता और कार्यकर्ता उस दिन को आज भी याद करते हैं. उस जमाने में लालू प्रसाद यादव खुद दरवाजे पर खड़े होकर लोगों का स्वागत करते थे.
राजद प्रमुख खुद फटे कुर्ते में रंगों से सराबोर होकर लोगों के साथ होली खेलते थे. वह इस दौरान खुद ही आउट आफ कंट्रोल हो जाते थे. लोगों के साथ खूब मस्ती करते थे.
बिहार की सियासत में एक जमाना था जब राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के घर होली का खूब रंग जमता था. लालू यादव के आवास पर जब होली खेली जाती थी तब आम हो या खास, हर कोई होली के रंग में सराबोर हो जाता था.
लालू प्रसाद यादव कुर्ता फाट होली खेलते थे. होली के दिन उनके यहां जितने भी लोग रंगों का पर्व मानने पहुंचे थे सभी के कुर्ते फटे जाया करते थे. हर तरफ रंग ही रंग दिखाई देता था.