नए मटके का इस्तेमाल करने से पहले इसे पानी से धो लें. फिर मटके में अगले 24 घंटे के लिए पानी से भर दें और अगले दिन इस पानी को हटा दें.
दो दिनों तक यह प्रक्रिया अपनाने के बाद तीसरे दिन से मटके का ताजा पानी पीना शुरू करें. ध्यान रहे की मटके को कभी कपड़े से नहीं लपेटना चाहिए. ऐसा करने से पानी ठंडा होने की प्रक्रिया धीमी हो सकती है.
किसी भी सामान्य मटका का आप एक साल तक इस्तेमाल कर सकते हैं. इस बीच अगर मटके में कुछ दरारें आ जाए या वो पानी को ठंडा नहीं कर रहा है, तो इसे बदल सकते हैं.
मटके में रखे हुए पानी में पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व और मिनरल्स पाए जाते हैं जो सन-स्ट्रोक को रोकते हैं और हमारे शरीर में ग्लूकोज को बनाए रखते हैं.
मटके का पानी पीने से हमारा शरीर हाइड्रेट रहता है और इससे आपके पाचन और मेटाबॉलिज्म में भी सुधार होता है.
मटका में क्षारीय गुण होते हैं जो हमारे शरीर में अच्छे पीएच लेवल को बनाए रखने की कोशिश करते हैं.
गर्मियों के मौसम में आप अगर मटके का पानी पीते हैं तो इस बात का ध्यान रखें की आप इसे रोजाना पानी से साफ करें.
ध्यान रहे की कभी भी गंदे या फंगस लगे मटके का पानी नहीं पीना चाहिए इससे सेहत को नुकसान पहुंच सकता है.