90 के दशक में यूपी-बिहार में आतंक का पर्याय बन चुका बाहुबली मुख्तार अंसारी ने कल रात (28 मार्च) को दम तोड़ दिया और दुनिया को अलविदा कह दिया.
वहीं बिहार के बाहुबली मोहम्मद शहाबुद्दीन की भी जेल में रहते हुए मौत हो गई थी. उनकी मौत कोरोना काल में हुई थी.
अपराध की दुनिया में मुख्तार अंसारी और मोहम्मद शहाबुद्दीन की दहशतगर्दी के आगे लोगों की जिंदगी सहमी सी नजर आती थी. अपहरण, हत्या और लूट के हैरतंगेज कारनामे से इनकी तूती बोलती थी.
ये दोनों एक-दूसरे की मदद से अपना झंडा अपने इलाके में बुलंद रखते थे. आजमगढ़ से लेकर गाजीपुर तक मुख्तार अंसारी का साम्राज्य फैला हुआ था.
इन दोनों की जरूरतें ही इन दोनों को आपस में बांधकर रखती थीं. ये दोनों बाहुबली एक-दूसरे की सीमाओं को ना खुद पार करते थे और ना ही किसी तीसरे को इस करने देते थे.
इन दोनों बाहुबलियों को अत्याधुनिक हथियारों में शुमार AK-47 बहुत भाती थी, तभी तो दोनों के ठिकानों से AK-47 बरामद की गई थी.
वहीं अब दोनों की दोस्ती को नई पीढ़ी आगे बढ़ा रही है. शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब की शादी में मुख्तार अंसारी का बेटा अब्बास अंसारी भी शामिल हुआ था.
इतना ही नहीं वह दूल्हे ओसामा की गाड़ी चलाते हुए भी नजर आया था. अब्बास अंसारी ने दुल्हे ओसामा शहाब की गाड़ी ड्राइव की थी. इस शादी में बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी शामिल हुए थे.
अब दोनों बाहुबलियों का आतंक समाप्ति की कगार पर है. बिहार के डॉन की जहां कोरोना के कारण दिल्ली में मौत हो गई थी. वहीं कल मुख्तार अंसारी ने भी दम तोड़ दिया है.
मुख्तार अंसारी की गैंग के ज्यादातर सदस्य एनकाउंटर में मारे गए हैं और कुछ जेल की सलाखों के पीछे जिंदगी काट रहे हैं.